दिल्ली के नए मुख्यमंत्री की घोषणा आज की जाएगी। बुधवार शाम को भाजपा के 48 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होगी, जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। गुरुवार को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं।
भाजपा के मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं, जिनमें प्रवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता, शिखा राय, रवींद्र इंद्राज सिंह और कैलाश गंगवाल शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाकर चौंका सकती है, जैसा कि हाल ही में राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुआ था।
मुख्यमंत्री के चयन के लिए बुधवार शाम को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी। इसमें केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे, जो प्रस्ताव को आलाकमान तक पहुंचाएंगे। बैठक के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा और नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंप दी जाएगी।
रामलीला मैदान में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गुरुवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा-एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल हो सकते हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। एसपीजी, एनएसजी और अर्धसैनिक बलों की आठ कंपनियों के साथ दिल्ली पुलिस के हजारों जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
बॉलीवुड से लेकर साधु-संतों तक को न्योता
सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह में राजनीतिक हस्तियों के अलावा बॉलीवुड सेलेब्रिटीज और साधु-संतों को भी आमंत्रित किया गया है। सुरक्षा के लिए मल्टी-लेयर सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है।
ट्रैफिक और एंट्री को लेकर खास इंतजाम
दिल्ली पुलिस ने रामलीला मैदान में आने-जाने वाले रास्तों पर विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। वीवीआईपी एंट्री तुर्कमान गेट से होगी, जबकि आम जनता की एंट्री अजमेरी गेट से कराई जाएगी।
शपथ ग्रहण समारोह की देखरेख कर रहे भाजपा नेता
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और तरुण चुघ ने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के साथ रामलीला मैदान का निरीक्षण किया। इसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलकर तैयारियों की समीक्षा की गई।
गुरुवार को दिल्ली को नया मुख्यमंत्री मिलेगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किस चेहरे पर दांव लगाती है।