दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा, और इस दिन दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलेगा। चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कार्यकर्ताओं को अधिक मतदान सुनिश्चित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी है।
अब जब चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है, बीजेपी कार्यकर्ता दिल्ली में मतदान को बढ़ाने की दिशा में पूरी ताकत से जुटे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करते हुए उनसे कहा था कि वे प्रत्येक परिवार से कम से कम तीन बार संपर्क करें और अधिक से अधिक मतदान सुनिश्चित करें। इसके लिए प्रत्येक बूथ पर अलग-अलग टीमों को तैनात किया गया है।
हर बूथ पर टीम तैनात
बीजेपी कार्यकर्ता अब घर-घर जाकर मतदान के लिए लोगों से संपर्क कर रहे हैं। वे लोगों को अपने निर्धारित मतदान केंद्र के बारे में जानकारी दे रहे हैं और किसी भी तरह की परेशानी होने पर सहायता भी प्रदान कर रहे हैं।
प्रचार खत्म, अब घर-घर पर्चियां
अब जब चुनाव प्रचार का शोर बंद हो चुका है, बीजेपी कार्यकर्ता घर-घर पर्चियां पहुंचाने पर जोर दे रहे हैं। वे तीन से चार के समूह में डोर-टू-डोर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। जहाँ पर्ची नहीं पहुंची, वहां वे स्वयं जाकर इसे वितरित कर रहे हैं।
वाट्सएप ग्रुप का उपयोग
प्रत्येक बूथ पर एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है, जिसमें स्थानीय मतदाताओं को जोड़ा गया है। मतदान के बाद मतदाता अपनी सेल्फी भेजने के लिए प्रेरित किए जा रहे हैं, ताकि मतदान न करने वालों की पहचान की जा सके।
विशेष इंतजाम मतदान केंद्रों पर
बीजेपी ने इस बार मतदान केंद्रों के पास डिजिटल पर्ची देने के लिए मशीनें लगाई हैं, जिससे पर्ची का वितरण तेजी से हो सकेगा। इसके साथ ही, आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन) की मदद से मतदान में कोई भी परेशानी होने पर उसे तुरंत हल करने का प्रयास किया जाएगा।
पार्षदों को दी गई जिम्मेदारी
बीजेपी ने पार्षदों को भी अहम जिम्मेदारी दी है। वे मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और बुजुर्गों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था कर रहे हैं।
इस प्रकार, बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को रणनीतिक दिशा निर्देश दिए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने वोट का इस्तेमाल करें।