दिल्ली वैसे तो देश की राजधानी कही जाती है लेकिन सर्दियों में लोगों का दम घुटने लग जाता है और उसका सबसे बड़ा कारण है प्रदूषण, वैसे देखा जाए तो अभी सर्दियों का मौसम शुरु भी नहीं हुआ है लेकिन हवा की दशा जरुर अभी से बिगड़ने लगी है।
दरअसल दिल्ली में प्रदूषण की समस्या पराली जलाने को लेकर होती है। पंजाब हरियाणा जैसे कई राज्य जब पराली को जलाते है तो उससे दिल्ली की हवा बिगड़ जाती है और सर्दियों में वैसे ही नमी होने के कारण हवा के कण दूषित जल्दी होते है।
दिल्ली में हर बार ऐसा होता है की इस मसले पर केंद्र और दिल्ली सरकार आमने सामने होते है और इस बार भी यही हुआ है। दरअसल केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक बयान में ये कह दिया की पराली से तो सिर्फ 4 फीसदी प्रदूषण होता है बाकी दिल्ली की अपनी समस्या के कारण ये होता है।
दिल्ली में हर वर्ष के ज्वलंत मुद्दे "प्रदूषण" को लेकर आज तीनों महापौरों के साथ PC की।
दिल्ली के CM हर साल की तरह सिर्फ बातें व झूठा प्रचार कर रहे हैं।
मैं उनसे पूंछता हूँ कि आप CM क्या सिर्फ़ प्रचार करने के लिए बने हैं? आपने आज तक दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए क्या किया? pic.twitter.com/0YiPxEPROa
— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) October 16, 2020
इसके बाद केजरीवाल चुप कहा बैठने वाले थे। उन्होंने भी पलटवार करते हुए कहा, बार-बार इनकार करने से कुछ नहीं होगा। अगर पराली जलने से सिर्फ चार फीसदी प्रदूषण हो रहा है तो फिर अचानक रात में ही कैसे प्रदूषण फैल गया ? उससे पहले तो हवा साफ थी और यही कहानी हर साल होती है।
अब इसी मामले पर आज बीजेपी प्रेजिडेंट आदेश गुप्ता ने प्रेस वार्ता की है। उन्होंने कहा, दिल्ली के CM हर साल की तरह सिर्फ बातें व झूठा प्रचार कर रहे हैं। मैं उनसे पूंछता हूँ कि आप CM क्या सिर्फ़ प्रचार करने के लिए बने हैं? आपने आज तक दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए क्या किया ?
मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal जी को केवल अखबारों में विज्ञापन देने का शौक है। न तो वह दिल्ली को प्रदूषण से राहत देने के लिए बजट का उपयोग करते हैं और ना ही निगम को उनके हक़ का पैसा देते हैं।
पराली की वजह से केवल 5% प्रदूषण होता है बाक़ी 95% की ज़िम्मेदारी केजरीवाल सरकार की है। pic.twitter.com/bmAgsLMYnj
— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) October 16, 2020
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री जी को केवल अखबारों में विज्ञापन देने का शौक है। न तो वह दिल्ली को प्रदूषण से राहत देने के लिए बजट का उपयोग करते हैं और ना ही निगम को उनके हक़ का पैसा देते हैं। पराली की वजह से केवल 5% प्रदूषण होता है बाक़ी 95% की ज़िम्मेदारी केजरीवाल सरकार की है।
दिल्ली की जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आज तीनों नगर-निगम स्प्रिंकलर, जेट स्प्रे, स्वच्छता व वृक्षारोपण के माध्यम से वायु प्रदूषण से निपटने का काम रही हैं।
मैं दिल्ली के सीएम @ArvindKejriwal जी से अपील करता हूँ कि वे तीनों नगर-निगमों को उनके हक़ का पैसा जल्द से जल्द दें। pic.twitter.com/3yfC4qoEEd— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) October 16, 2020
उन्होंने कहा, दिल्ली की जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आज तीनों नगर-निगम स्प्रिंकलर, जेट स्प्रे, स्वच्छता व वृक्षारोपण के माध्यम से वायु प्रदूषण से निपटने का काम रही हैं। मैं दिल्ली के सीएम से अपील करता हूँ कि वे तीनों नगर-निगमों को उनके हक़ का पैसा जल्द से जल्द दें।