शहरवासियों को घर और बाहर कहीं चैन न मिलने से बेहाल हैं। सूरज तपिश और बिजली न आने से पंखे, कूलर और एसी भी बेअसर साबित हो रहे हैं। सूरज तपिश और तेज गर्म हवाओं के थपेड़ों से नागरिकों को रूबरू होना पड़ रहा है। बुधवार को सूरज के चढ़ते ही लोग घरों में दुबक गए। जरुरी काम या मजबूरी में जो लोग बाहर निकले वह छाता, टोपी, चश्मा, गमछा और बैग में पानी बोतल रखे नजर आए। चटख धूप के साथ चली गर्म हवाओं ने राहगीरों के हौंसले पस्त कर दिए।
मौसम का गर्म मिजाज जनसामान्य पर कुछ यूं कहर ढा रहा है। जिसे देखो वह पसीना पसीना हो रहा है। बढ़ती तपन ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। बाजारों और सड़कों पर दिन चढ़ते ही सन्नाटा पसरने लगता है। जिसको ढलती शाम ही चहल पहल से तोड़ पाती है।