1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. ऑक्सीजन संकट पर कोर्ट ने भी जाहिर की बेबसी, सुनवाई के दौरान वकील की आंख में आ गए आंसू

ऑक्सीजन संकट पर कोर्ट ने भी जाहिर की बेबसी, सुनवाई के दौरान वकील की आंख में आ गए आंसू

By: RNI Hindi Desk 
Updated:

रिपोर्ट: सत्यम दुबे

नई दिल्ली: कोरोना के दूसरे लहर के कहर के बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने एक और सुनवाई की। सुनवाई के दैरान हाईकोर्ट में एक वकील की आंख में आंसू आ गए। वकील ने हाईकोर्ट से कहा कि मेरे रिश्तेदार और मेरी भतीजी रोज मुझसे कहते हैं कि उनके पापा को अस्पताल में बिस्तर चाहिए लेकिन हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वकील के इस सवाल पर  हाईकोर्ट ने वकील से कहा कि हम उसी दिशा में काम कर रहे हैं उम्मीद है कि आपके रिश्तेदार को बेड मिल जाए।

आपको बता दें कि संक्रमण से मचे तबाही पर सुनवाई के दौरान HC ने भी अपनी बेबसी जाहिर की। वकील ने जब अपने रिश्तेदार की हालत के बारे में कोर्ट को बताया और जल्द से जल्द आईसीयू बेड की मांग की तो कोर्ट ने कहा कि हम भी फिलहाल सांत्वना ही दे सकते हैं। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने कहा कि अगर अस्पताल में आईसीयू बेड ही नहीं हैं तो हम भी क्या करें?

दूसरी ओर हाईकोर्ट  ने राजशेखर राव को अमाइकस नियुक्त किया है। सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार के वकील ने ऑक्सीजन सप्लायर का ब्योरा अदालत में पेश किया, बुधवार को 14 रीफिलर हैं। इनमें से, कुछ ऐसे हैं जिनकी क्षमता अत्यधिक है और कुछ की कम है। सरकार के वकील ने कहा, प्रत्येक अस्पताल के लिए एक रीफिलर जोड़ा गया है यदि मुख्य आपूर्तिकर्ता ऑक्सीजन नहीं सप्लाई कर पा रहा है तो रीफिलर से पूरा किया जा रहा है।

सरकार के वकील ने हाईकोर्ट को अवगत किया कि चीफ सेक्रेटरी ने एक अहम बैठक की है जिसमें सभी पक्षों ने भाग लिया। वहीं दूसरी ओर दिल्ली हाईकोर्ट की एक दूसरी बेंच ऐसे लोगों की याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है जिसमें अलग-अलग लोगों ने हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। इस मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस प्रतिभा सिंह की बेंच ने कहा, बत्रा हॉस्पिटल के हालात सोशल मीडिया पर भी हैं। कोर्ट ने बत्रा हॉस्पिटल से पूछा कि इतना बड़ा अस्पताल है फिर भी आपके पास ऑक्सीजन प्लांट क्यों नहीं है?

सुनवाई में हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि आर्मी की भी मदद ली जा सकती है जैसे महाराष्ट्र सरकार ले रही है। इस पर दिल्ली सरकार ने कोर्ट को यह बताया कि दिल्ली में आईआरडीओ, आईटीबीपी, राधा स्वामी फाउंडेशन से मदद ली जा रही है। कोर्ट ने केंद्र सरकार पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि क्या आप दिल्ली के लिए कुछ ऑक्सीजन टैंकरों का इंतजाम नहीं कर सकते? हर बार लोग बताते हैं कि उनके परिजन की मौत हो गई है, ये सब बहुत बुरा लगता है। आप दो-चार टैंकर दिल्ली को दे दें तो ऑक्सीजन मिल जाए।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...