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केरल में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है : जानिए क्या है लेटेस्ट रिपोर्ट

By: RNI Hindi Desk 
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केरल में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है : जानिए क्या है लेटेस्ट रिपोर्ट

केरल में कोरोना वायरस के मामले फिर से तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। लगभग दो महीने बाद केरल फिर से हर दिन सामने आ रहे नए मामलों के लिहाज से शीर्ष राज्यों में आ गया है।

केरल में कोरोना संक्रमण के अब तक कुल 3,41,859 मामले सामने आये है। वही अब तक 2,45,399 मरीज कोरोना को मात दे कर घर जा चुके है, वही अब तक कुल 1,161 मरीजों की मौत हुई है। केरल में सक्रिय मामलों की संख्या 95,299 हो गई है।

इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने वाम दलों को घेरने की कोशिश करते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ओणम उत्सव के दौरान प्रदेश में घोर लापरवाही बरती गई थी, जिसकी कीमत आज राज्य चुका रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि व्यापार और पर्यटन के लिहाज से यात्रा बढ़ी, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार हुआ। सभी सेवाएं भी शुरू कर दी गई थीं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बयान को आधार बनाकर विपक्षी दल राज्य सरकार के खिलाफ आक्रामक हैं। वहीं, राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री के शैलजा ने मोर्चा संभालते हुए सफाई दी है।

आप को बता दे कि कोरोना महामारी से देश को विजय मिलती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल कल सिर्फ 55 हजार नए मरीज मिले है वहीं 67 हजार के करीब मरीज ठीक भी हुए है।

पिछले एक महीने से लगातार रोज ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में कमी आ रही है और ऐसा माना जा रहा है की जल्द ही भारत इस कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर सकता है।

आपको बता दे कि कल देश के लिए एक और अच्छी खबर आई है और वो ये है की तीन महीने बाद पहली बार कोरोना से मरने वालों की संख्या सिर्फ 600 रह गई है। सितंबर महीने की शुरुआत में रोज जहां एक हजार के करीब मौत हो रही थी वो अब सिर्फ 600 रह गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया है कि 22 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 20,000 से कम एक्टिव केस हैं और केवल केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में 50,000 से ज्यादा एक्टिव मामले रिपोर्ट हो रहे हैं।

इसी बीच डॉक्टरों की एक समिति ने पीएमओ को एक रिपोर्ट सबमिट की है जिसमें फरवरी 2021 तक कोरोना पर काबू पाने की बात कही गई है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है की अगर लॉकडाउन नहीं लगाया होता तो देश में मरने वालों की संख्या 25 लाख तक जा सकती थी।

आपको बता दे कि अनुमान के मुताबिक फरवरी में भारत में कोरोना के कुल केस डेढ़ करोड़ की संख्या को पार कर सकते है लेकिन उस समय तक एक्टिव केस ना के बराबर हो सकते है।

हालांकि केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के कई शहरों को हाई रिस्क जोन में रखा गया है। भारत में कोरोना का पहला केस जनवरी में रिपोर्ट किया गया था और कोरोना के कारण पिछले दस महीनों में देश को 18 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है।

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