केरल में कोरोना वायरस के मामले फिर से तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। लगभग दो महीने बाद केरल फिर से हर दिन सामने आ रहे नए मामलों के लिहाज से शीर्ष राज्यों में आ गया है।
केरल में कोरोना संक्रमण के अब तक कुल 3,41,859 मामले सामने आये है। वही अब तक 2,45,399 मरीज कोरोना को मात दे कर घर जा चुके है, वही अब तक कुल 1,161 मरीजों की मौत हुई है। केरल में सक्रिय मामलों की संख्या 95,299 हो गई है।
സംസ്ഥാന തല കോവിഡ് കണക്കുകൾ
State-wise details of Total Confirmed #COVID19 cases
(till 19 October, 2020, 8 AM)#PIBKochi @COVIDNewsByMIB
@ICMRDELHI
@dfptvm
@DDNewsMalayalam
@prdlivekerala
@MoHFW_INDIA pic.twitter.com/jUm0Shzozv— PIB in KERALA (@PIBTvpm) October 19, 2020
इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने वाम दलों को घेरने की कोशिश करते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ओणम उत्सव के दौरान प्रदेश में घोर लापरवाही बरती गई थी, जिसकी कीमत आज राज्य चुका रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि व्यापार और पर्यटन के लिहाज से यात्रा बढ़ी, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार हुआ। सभी सेवाएं भी शुरू कर दी गई थीं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बयान को आधार बनाकर विपक्षी दल राज्य सरकार के खिलाफ आक्रामक हैं। वहीं, राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री के शैलजा ने मोर्चा संभालते हुए सफाई दी है।
രോഗമുക്തി നിരക്ക് വർധിക്കുന്നു
India's #COVID19 recovery rate improves to 88.26% as on October 19, 2020#PIBKochi @COVIDNewsByMIB
@ICMRDELHI
@dfptvm
@DDNewsMalayalam
@prdlivekerala
@MoHFW_INDIA pic.twitter.com/fHoKCUmQ8m— PIB in KERALA (@PIBTvpm) October 19, 2020
आप को बता दे कि कोरोना महामारी से देश को विजय मिलती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल कल सिर्फ 55 हजार नए मरीज मिले है वहीं 67 हजार के करीब मरीज ठीक भी हुए है।
पिछले एक महीने से लगातार रोज ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में कमी आ रही है और ऐसा माना जा रहा है की जल्द ही भारत इस कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर सकता है।
आपको बता दे कि कल देश के लिए एक और अच्छी खबर आई है और वो ये है की तीन महीने बाद पहली बार कोरोना से मरने वालों की संख्या सिर्फ 600 रह गई है। सितंबर महीने की शुरुआत में रोज जहां एक हजार के करीब मौत हो रही थी वो अब सिर्फ 600 रह गई है।
#Unite2FightCorona #COVID19 testing status update:
9,50,83,976 സാമ്പിളുകൾ ഇതുവരെ പരിശോധിച്ചു
8,59,786 sampleS tested on October 18, 2020#PIBKochi @COVIDNewsByMIB
@ICMRDELHI
@dfptvm
@DDNewsMalayalam
@prdlivekerala
@MoHFW_INDIA pic.twitter.com/kT0GGyYLu8— PIB in KERALA (@PIBTvpm) October 19, 2020
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया है कि 22 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 20,000 से कम एक्टिव केस हैं और केवल केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में 50,000 से ज्यादा एक्टिव मामले रिपोर्ट हो रहे हैं।
इसी बीच डॉक्टरों की एक समिति ने पीएमओ को एक रिपोर्ट सबमिट की है जिसमें फरवरी 2021 तक कोरोना पर काबू पाने की बात कही गई है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है की अगर लॉकडाउन नहीं लगाया होता तो देश में मरने वालों की संख्या 25 लाख तक जा सकती थी।
ഏറ്റവും പുതിയ കോവിഡ് കണക്കുകൾ #COVID19 India Tracker (as on 19 Oct, 8 am)
Confirmed: 75,50,273
Recovered: 66,63,608
Active cases: 7,72,055
Deaths: 1,14,610 #PIBKochi @COVIDNewsByMIB @ICMRDELHI @dfptvm @DDNewsMalayalam @prdlivekerala @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/DJapxElz8l
— PIB in KERALA (@PIBTvpm) October 19, 2020
आपको बता दे कि अनुमान के मुताबिक फरवरी में भारत में कोरोना के कुल केस डेढ़ करोड़ की संख्या को पार कर सकते है लेकिन उस समय तक एक्टिव केस ना के बराबर हो सकते है।
हालांकि केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के कई शहरों को हाई रिस्क जोन में रखा गया है। भारत में कोरोना का पहला केस जनवरी में रिपोर्ट किया गया था और कोरोना के कारण पिछले दस महीनों में देश को 18 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है।