प्रदेश में पहले जमाती और अब प्रवासी मजदुर, ये दो फैक्टर्स ऐसे है जिनके चलते कोरोना मरीजों की संख्या में एक अंतराल तक बेतहाशा उछाल देखा गया।
पिछले 10 दिनों में प्रदेश में हर दिन 220 से 240 के औसत से मरीज मिल रहे है जिसके कारण कुल मरीजों का आकंड़ा 6400 पार हो गया है।
कुछ ऐसा ही अप्रैल के शुरुआत के 10 15 दिनों में हुआ था जब मरकज का मसला सामने आया था। उसके बाद काफी दिनों तक मरीजों की संख्या में कोई बड़ा उछाल नहीं आया था।
उदाहरण के लिए सोमवार को मिले कुल 229 मरीजों में से 94 मजदुर है। अब तक 1660 से अधिक मजदुर कोरोना पीड़ित है यानी की लगभग 25 फीसदी के करीब यह आकंड़ा जाता है।
अब तक 8 लाख प्रवासी मजदूरों की जांच की गयी है जिसमे से 50 हज़ार से अधिक लोगो को गंभीर मानकर उनका सैंपल भेजा गया है। पुरे प्रदेश की बात करे तो 2 लाख 35 हज़ार नमूने भेजे जा चुके है।
इनमे से अभी 952 की रिपोर्ट अभी आएगी ! वही ठीक होने वालो की संख्या देखे तो वो कुल मरीजों का 53 फीसदी है ,अब तक 3600 से अधिक रोगी ठीक हुए है। एक्टिव केस 2600 के पार है।
अगर इन सब डाटा को बारीकी से समझे तो अभी भी अगले 10 से 15 दिनों तक प्रदेश में काफी तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ेगी लेकिन 12 जून के बाद ये स्थिर हो सकती है।
इसका कारण एक तो सबकी जांच हो जायेगी दूसरा जो एकांतवास में है उनका पीरियड खत्म हो जाएगा।