लोकसभा चुनाव को लेकर घोषणा पत्र को लेकर कांग्रेस नेता आज राजधानी में पीसीसी दफ्तर में मीडिया से चर्चा कर रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व मप्र के प्रवक्ता चरण सिंह चपरा समेत कई बड़े नेता मौजूद हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस ने देश के भविष्य के लिए अपना रोडमैप सामने रखा है। प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कांग्रेस ने देश के भविष्य के लिए अपना रोडमैप सामने रखा है। राहुल गांधी ने देश भर में यात्रा की। देश को समझा, देश की समस्याओं को महसूस करना और उसका निराकरण करने की दृष्टि बनाना। इस दौरान लोगों से बात के बाद उसका सार हमारी मैनिफेस्टो कमेटी को भेजा गया था। इन सबके बाद पांच गारंटियों को देश की जरूरत को ध्यान में रखकर बनाई है। देश के सामने हमने न्याय पत्र दिया है। जिसमें युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय, हिस्सेदारी न्याय। इन पांच न्याय की 25 गारंटियां हैं। हमेशा कांग्रेस ने देश के सामने विजनरी बात की है।
राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं आज विशेष आप लोगों से बात करने आया हूं। दो-तीन पहलुओं पर। एक है संविधान को लेकर, मैं पीड़ित हूं इस बात को लेकर किे देश का पार्लियामेंट लगभग नहीं चलता है, और चलता है तो भी जिस प्रकार से कानून बनते हैं, वो प्रजातांत्रिक नहीं है। छोटी-छोटी बातों पर लोग निलंबित हो जाते हैं। पार्लियामेंट वन साइडेड वे में चलता है। मैं इसको प्रजातांत्रिक नहीं मानता। मैं ऐसे प्रजातंत्र में नहीं रहना चाहता। अगर हमें इसे बदलना है तो सोच बदलना होगी। इसे लेकर में इसे लेकर पत्र लिख चुका हूं। मैं पत्र की कॉपी आप सबको दूंगा। विपक्ष को जगह ही नहीं है। वो विपक्ष न बोल सकता है। न विरोध कर सकता है।