रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: यूपी में साइबर अपराध के लगातार बढ़ते मामलों के देखते हुए यूपी पुलिस ने भी अब कमर कस ली है। साइबर अपराध के मामलों में यूपी पुलिस अब थाने पर आने वाले पीड़ितों को कार्रवाई के लिए सही दिशा तो बताएगी साथ ही साथ लोगों को बढ़ते खतरों से सचेत भी करेगी। DGP मुकुल गोयल ने साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए हर थाने में साइबर क्राइम हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि इन हेल्प डेस्क में साइबर अपराध के जानकार दो-दो पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इस वक्त यूपी में 18 परिक्षेत्रीय साइबर थाने हैं। इसके अलावा अन्य सभी थानों पर भी साइबर अपराध से जुड़े मुकदमे लिखे जाते हैं। साइबर अपराध का शिकार लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 भी है, जिसे 112 नंबर से भी जोड़ा जा चुका है।
साइबर अपराध के निजात पाने के लिए लोग अब घर बैठे फोन करके भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके साथ ही फाइनेंशियल फ्राड होने की दशा में हेल्पलाइन नंबर पर काल कर ठगी गई रकम को बैंक में ही फ्रीज भी कराया जा सकता है। ऐसे साइबर अपराध होने की दशा में कई बार पीड़ित सही जानकारी न होने की वजह से इधर-उधर भटकने को मजबूर होते हैं।
आपको बता दें कि ऐसे अपराधों में कई बार सही समय पर कार्रवाई न होने की वजह से उनकी ठगी कई रकम को वापस हासिल करना मुश्किल हो जाता है। इन सब परेशानियों को देखते हुए अब हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क संचालित किए जाने की योजना बनाई गई है।
इसका उद्देश्य सही है कि यहां आने वाले किसी भी पीड़ित को सही जानकारी उपलब्ध कराई जा सके। साथ ही शिकायत की गंभीरता को देखते हुए संबंधित प्रार्थनापत्र को साइबर थानों तक पहुंचाया जा सके। GDP मुकुल गोयल का कहना है कि हर थाने में साइबर अपराध के जानकार दो-दो पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।