रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न और पूर्व मुख्यमंत्री पंडित गोविंज बल्लभ पंत की 133वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। लखनऊ के लोक भवन में पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किर उनको नमन किया। 10 सितंबर, 1887 को जन्में पंत 1950 में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद उन्होने 1955 से 1961 तक मंत्री के रूप में कार्य किया।
आपको बता दें कि इस कार्यकम में सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, कानून मंत्री बृजेश पाठक, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी और कई मंत्रियों ने श्रद्धांजलि दी। सीएम योगी ने उनके कामों को लेकर उनको याद किया। उनके कठिन परिश्रम की सराहना की, और साथ ही कहा कि इनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने छात्रों को पुरस्कार भी दिये।
पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के बहुआयामी व्यक्तित्व तथा देश व समाज के प्रति उनके योगदान से प्रेरणा लेते हुए @UPGovt निरंतर क्रियाशील है।
पंत जी ने देश में प्रदेश को नंबर 1 की इकोनॉमी बनाने का जो बीड़ा उठाया था, उसे पूर्ण करने हेतु हम कटिबद्ध हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 10, 2021
सीएम योगी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंत जी की जयंती को आज पूरा देश विनम्र श्रद्धांजलि दे रहा है। योगी ने कहा कि पंत जी ही थे जिन्होंने काकोरी घटन के क्रांतिवीरों का साथ दिया। अंग्रेजी हुकूमत ने जिन क्रांतिवीरों को आरोपी बनाया, पंत जी ने उनकी वकालत की। पंत जी ने उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर नीव रखी, और उनका जो सपना था, वह आज की मौजूदा सरकार पूरा कर रही है। उत्तर प्रदेश के विकास की चर्चा देश भर में हो रही है।
पर्यटन मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने गोविंद बल्लभ पंत जी को याद करते हुए कहा कि आजादी के 75वीं वर्ष गांठ और चौरी चौरा के 100वें वर्ष पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पंत जी का बहुत बड़ा योगदान था। उन्होंने चौरी चौरा की घटना में आजादी के क्रांतिवीर का पूरा साथ दिया था।
इस कार्यक्रम में पंडित गोविंद बल्लभ पंत की पुत्र वधू और पूर्व सांसद इला पंत भी मौजूद रही, और उन्होंने ने भी पंडित गोविंद बल्लभ पंत से जुड़ी हुई कई बातों का जिक्र करते हुए उन्हें यादा किया।