रिपोर्ट:खुशी पाल
उत्तराखंड(Uttarakhand) में हाल ही में एक बयान ने सियासी राजनीति के गलियारे में हलचल मचा दी। दरअसल, अकील अहमद(Akil Ahmad) के जारी किए बयान ने सभी विपक्षी पार्टियों का ध्यान अपनी ओर केंद्रीत कर लिया है। उन्होंने अपने बयान में उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी(Muslim University) बनाने की बात कही थी। उनके इस बयानव पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी(Pushkar Singh Dhami) ने अपना बयान जारी किया।
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अकील अहमद के दिए बयान के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अकील अहमद पर तीखी बोली के बाण चलाते हुए कहा कि आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने मुस्लिम तुष्टिकरण किया और पूर्व कांग्रेस सरकार में भी पार्टी इसी फार्मूले पर चली। धामी ने कहा कि पूर्व सरकार में जुमे की नमाज की छुट्टी तक दे दी गई। उत्तराखंड की इस धार्मिक तुष्टिकरण के मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी तंज कसने के लिए पीछे नहीं हटे। उन्होंने भी मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस पर वार किया। रावत ने इसे भाजपा नेताओं की साजिश करार दिया।
उत्तराखंड के इस धार्मिक तुष्टिकरण के विवाद की शुरूआत कांग्रेस नेता अकील अहमद ने की। आपको बता दें कि अकील अहमद सहसपुर विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन पार्टी ने बाद में जाकर आर्येंद्र शर्मा को उम्मीदवार बनाया। इसके बाद अकील उन दावेदारों में शामिल हो गए जो पार्टी के खिलाफ विद्रोही करने पर उतर गए। लेकिन बाद में जल्द ही उनका गुस्सा शांत भी हो गए। पार्टी के वरिष्ट नेताओं के मनाने के बाद वह मान गए ।तब से पार्टी के भले के लिए सोच-विचार करना शुरू कर दिया।
ये पूरी कहानी तब शुरू होती है जब अकील अहमद का यह बयान सबके सामने आया। उनका बयान कुछ इस तरह था कि ‘मेरा कांग्रेस पार्टी से जिन मुद्दों पर समझौता हुआ है, उनमें मैंने कहा है कि प्रदेश में एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी होनी चाहिए, जिसमें मुस्लिम बच्चे पढ़ाई कर सकें और शिक्षित हो सकें। इन सभी मसलों पर प्रभारी से बात हुई है। हरीश रावत जी से बात हुई। उन्होंने भी कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनता हूं तो सारे काम होंगे’।
कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति करती है
देश की आजादी से लेकर अब तक कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती आई है। इनकी पिछली सरकार में भी तुष्टिकरण देखा गया। जब किसी दिन छुट्टी नहीं होती थी, इन्होंने जुमे की नमाज के लिए छुट्टी की। अब ये चुनाव में चारधाम की बात कर रहे हैं। देवभूमि में इनका चारधाम का मतलब यही है कि उत्तराखंड में ये मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनवाएंगे। कांग्रेस ने हमेशा वोटों की राजनीति की है। इन्हें कभी प्रदेश व देश को आगे बढ़ाने की बात नहीं की। आज भी वह वोटों के लिए सौदा कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश की देश भक्त और राम भक्त जनता इनकी चालों को अच्छी तरह समझती है।