नई दिल्ली : जनसंख्या के मामलों में विश्व के एक नंबर स्थान पर काबिज देश चीन एक बार फिर जनसंख्या विस्फोट का सामना कर सकता है। गौरतलब है कि चीन ने फिर जनसंख्या नियंत्रण नियम में बड़ा बदलाव करते हुए तीन बच्चे पैदा करने की मंजूरी दें दी है। बता दें कि पहले चीन में सिर्फ दो बच्चे पैदा करने की इजाजत थी।
दरअसल चीन में यह बड़ा बदलाव तेजी से बूढ़ी हुई आबादी को लेकर लिया गया है। आपको बता दें कि हाल ही में चीन की जनसंख्या के आंकड़े सामने आए थे, जिसमें सामने आया कि चीन में आबादी का बड़ा तबका तेज़ी से बूढ़ा हो रहा है। ऐसे में भविष्य की चिंताओं को देखते हुए चीन को इस कदम को उठाना पड़ा।
चीनी मीडिया के मुताबिक, नई पॉलिसी को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मंजूरी मिल गई है। यानी दशकों से चली आ रही टू-चाइल्ड पॉलिसी को अब चीन में खत्म कर दिया गया है।
चीन को क्यों उठाना पड़ा है ये कदम?
दरअसल, हाल ही में चीन ने अपने जनसंख्या के आंकड़े जारी किए थे। इसके मुताबिक, पिछले दशक में चीन में बच्चों के पैदा होने की रफ्तार का औसत सबसे कम था। इसका मुख्य कारण चीन की टू-चाइल्ड पॉलिसी को बताया गया।
आंकड़ों के मुताबिक, 2010 से 2020 के बीच चीन में जनसंख्या बढ़ने की रफ्तार 0.53% थी। जबकि साल 2000 से 2010 के बीच ये रफ्तार 0.57% पर थी। यानी पिछले दो दशकों में चीन में जनसंख्या बढ़ने की रफ्तार कम हो गई है।
इतना ही नहीं, आंकड़ों में बताया गया कि साल 2020 में चीन में सिर्फ 12 मिलियन बच्चे पैदा हुए, जबकि 2016 में ये आंकड़ा 18 मिलियन था। यानी चीन में साल 1960 के बाद बच्चों के पैदा होने की संख्या भी सबसे कम पर पहुंची।
चीन चाइल्ड पॉलिसी को लेकर हमेशा सख्त रहा है
बता दें कि चीन इस वक्त भी दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और उसके बाद भारत का नंबर आता है। 1970 के दशक में आबादी की बढ़ती रफ्तार पर काबू पाने के लिए चीन के कुछ इलाकों में वन चाइल्ड पॉलिसी लाई गई थी। तब कपल को सिर्फ एक बच्चा पैदा करने की इजाजत दी जाती थी, बाद में ये नियम जब पूरे देश में फैला तो इसका उल्टा असर हुआ। चीन में बच्चों के पैदा होने की रफ्तार कम होने लगी।
आपको बता दें कि एक लंबे वक्त के बाद साल 2009 में चीन ने वन चाइल्ड पॉलिसी में बदलाव किया और चिन्हित लोगों को दो बच्चे करने की आजादी दी। दो बच्चे सिर्फ वही कपल कर सकते थे, जो अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। साल 2014 तक इस नीति को भी पूरे चीन में लागू कर दिया गया था। अब साल 2021 में चीन ने एक बार फिर अपनी नीति बदली है और एक कपल को तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत दी है।