झारखंड सरकार ने अपने आदेश में बदलाव करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा की इजाजत दे दी है। कोरोना के मद्देनजर छठ पूजा को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई हैं। नए आदेश के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रहा कि लोगों की सुरक्षा मेरी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता की उपस्थिति में मंगलवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्यों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में सीएम ने पूजा के सुरक्षित आयोजन को लेकर कई निर्देश भी दिए।
आप को बता दे कि झारखंड सरकार ने पहले छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसका विरोध हो रहा था। झारखंड में अब छठ पूजा के लिए मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर दिया गया है।
छठ को लेकर बिहार प्रशासन और नगर निगम ने तैयारी तो शुरू कर दी थी, लेकिन सरकारी गाइडलाइन नहीं आने की वजह से तैयारी रोक दी गई थी। ऐसे में रविवार को बिहार सरकार के गृह विभाग ने गाइडलाइन जारी कर दिया है। राज्य सरकार ने कन्टेनमेंट जोन के बाहर छठ पूजा के आयोजन के लिए जो दिशानिर्देश जारी किया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि छठ घाटों पर शारीरिक दूरी और कोरोना से बचाव के मद्देनजर जारी सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए लोग कम संख्या में लोग पूजा कर सकते हैं। राज्य सरकार ने पूर्व में तालाब, डैम, झील और नदी किनारे व घाटों पर पूजा करने पर लगी रोक के आदेश को वापस ले लिया है।
मुख्यमंत्री ने यह भी आग्रह किया कि बेहतर यही होगा कि अधिकाधिक संख्या में घरों में ही छठ पूजा करें। नदी, तालाबों के घाटों समेत सार्वजनिक जलाशयों में कम संख्या में ही लोग जाएं। साथ ही मास्क पहनने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने और सुरक्षित शारीरिक दूरी की सावधानी और निर्देश का अवश्य पालन करें।
आप को बता दे कि बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी, वित्त विभाग की प्रधान सचिव हिमानी पांडेय, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल और कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीक ने भी अपनी राय रखी।
आप को बता दे कि आज कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है और इसी के साथ शुरु हो जाएगा छठ पर्व। दीवाली के बाद यह पर्व भी काफी महत्व रखता है और ये भी कोई एक दिवसीय त्यौहार नहीं है बल्कि छठ पूजा का कार्यक्रम चार दिनों तक चलता है। आज से इस पर्व का आगाज़ हो गया है।