उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियों को गति देते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर कई अहम कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए अधिकारियों को समय पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग डॉ. आर राजेश कुमार ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और अन्य आवश्यक सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
यात्रा मार्ग पर बढ़ेंगे मेडिकल रेस्पॉन्स प्वाइंट्स
बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने मेडिकल रेस्पॉन्स प्वाइंट्स (MRP) और स्क्रीनिंग प्वाइंट्स की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। इस वर्ष यात्रा मार्ग में 26 मेडिकल रेस्पॉन्स प्वाइंट्स और 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट्स स्थापित किए जाएंगे। यात्रियों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए MRP की संख्या बढ़ाने और स्क्रीनिंग प्वाइंट्स के विस्तार का भी प्रस्ताव रखा गया है।
इसके अलावा, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को यात्रा के दौरान सभी आवश्यक चिकित्सा व्यवस्थाएं समय पर पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों और मेडिकल अफसरों की ड्यूटी रोटेशन के आधार पर निर्धारित की जाएगी। उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जो स्थानीय मेडिकल कॉलेजों में AIIMS की बजाय मास्टर ट्रेनर्स द्वारा दिया जाएगा।
स्वास्थ्य धाम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
यात्रा में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं को “स्वास्थ्य धाम पोर्टल” पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं को अपनी स्वास्थ्य प्रोफाइल अपलोड करने के लिए निर्देशित किया गया है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके।
स्वास्थ्य विभाग ने RFID-Band और GIO Tracking System के माध्यम से उच्च जोखिम वाले श्रद्धालुओं की ट्रैकिंग के लिए एक नई कार्यप्रणाली भी प्रस्तुत की है। इससे यात्रा के दौरान किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सकेगा।
केदारनाथ और बदरीनाथ में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
स्वास्थ्य सचिव ने निर्देश दिए कि केदारनाथ और बदरीनाथ में हाल ही में निर्मित नए अस्पतालों में सभी आवश्यक उपकरण और फर्नीचर तत्काल पहुंचाए जाएं। इसके अलावा, पर्यटन विभाग द्वारा जारी की गई धनराशि की उपयोगिता प्रमाणपत्र (UC) शीघ्र उपलब्ध कराने और शेष धनराशि को शीघ्र अवमुक्त करने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
यात्रा मार्ग, बस स्टॉप, होटल और अन्य प्रमुख स्थानों पर स्वास्थ्य संबंधी एडवाइजरी, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों की जानकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के संपर्क नंबरों को फ्लेक्स और बैनरों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके।
यात्रा मार्ग पर तैनात होंगे स्वास्थ्य मित्र
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए “स्वास्थ्य मित्रों” की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा, यात्रा से जुड़ी सभी चिकित्सा सेवाओं की निगरानी के लिए महानिदेशालय में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जो यात्रा के दौरान आवश्यक चिकित्सा सेवाओं की नियमित समीक्षा करेगा और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करेगा।