रिपोर्ट: गीतांजली लोहनी
नई दिल्ली: धार्मिक दृष्टि व ज्योतिष विद्या के अनुसार ग्रहण को अशुभ माना गया है। जिस वक्त ग्रहण लगा रहता है उस दौरान मांगलिक या शुभ कार्य वर्जित होते हैं। तो चलिए जानते है इस साल चंद्र ग्रहण की क्या स्थिति है और ये कब लग रहा है।
बता दें कि इस साल 26 मई 2021 को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। साल का पहला चंद्र ग्रहण होगा ये इस दिन वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इस तिथि को वैशाख पूर्णिमा भी कहा जाता है। चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा पीड़ित हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा मन का कारक होता है। तो चंद्रमा जब पीड़ित हो जाता हैं तो अपना शुभ फल देने में असर्मथ हो जाते हैं।
जैसा कि हमने बताया कि इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को लग रहा है तो इस दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा। इसलिए चंद्र ग्रहण वाले दिन वृश्चिक राशि वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। नक्षत्र की बात करें तो इस दिन अनुराधा नक्षत्र पड़ रहा है।
जानें किस राशि में क्या स्थिति रहेगी चंद्र ग्रहण वाले दिन-
चंद्र ग्रहण के दौरान वृषभ राशि में चार ग्रह मौजूद रहेंगे। इस दिन वृष राशि में बुध, सूर्य, शुक्र और राहु ग्रह मौजूद रहेंगे। मिथुन राशि मंगल ग्रह, वृश्चिक राशि में केतु और चंद्रमा, मकर राशि में शनिदेव और कुंभ राशि में देव गुरू बृहस्पति विराजमान रहेंगे।
वृश्चिक राशि में केतु और चंद्रमा रहेंगे साथ
ग्रहण के वक्त चंद्रमा केतु से पीड़ित हो जाएंगे। इसमें राहु का भी प्रभाव देखने को मिलेगा और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा और केतु की युति बनती है तो शुभ फल प्राप्त नहीं होते हैं। इसलिए इस दौरान भगवान गणेश और भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।
कितने बजे से शुरु होगा चंद्र ग्रहण-
26 मई के दिन दोपहर 2 बजकर 17 मिनट पर चंद्र ग्रहण शुरु होगा और शाम 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। इस ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा।