मध्य प्रदेश से भ्रष्टाचार की एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे जानकर आप यही कहेंगे कि ‘अरे ऐसा भी होता है ? ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंदी मुलाकात के दौरान अवैध वसूली के खेल के वीडियो पर जेल प्रहरी सत्येंद्र हर्षाना पर निलंबन की गाज गिरी है। जेल में बंदी मुलाकात से पहले अवैध वसूली का वीडियो सामने आया था। खबर दिखाए जाने के बाद जेल अधीक्षक ने मामले में संज्ञान लिया और उनके निर्देश पर जेल प्रहरी सत्येंद्र को निलंबित किया गया है।
दरअसल, ग्वालियर सेंट्रल जेल में कैद बंदियों से मुलाकात के लिए व्यवस्था रहती है, लेकिन इस व्यवस्था के बीच भ्रष्टाचार का ऐसा काला खेल उजागर हुआ है, जिसने हड़कंप मचा दिया। जी हां सोशल मीडिया पर जेल में बंदी मुलाकात से जुड़ा एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ जिसने जेल की चार दिवारी में लगी भ्रष्टाचार की दीमक को उजागर कर दिया।
जेल में बंद कैदी के एक परिजन ने बंदी मुलाकात से पहले जेल प्रबंधन द्वारा की जा रही अवैध वसूली को कैमरे में कैद कर लिया। वीडियो में साफ नजर आया कि बंदी मुलाकात से पहले यदि भ्रष्टाचार के रुपए जेल प्रबंधन को नहीं दिए तो मुलाकात आसान नहीं होगी और उसे कई घंटे का इंतजार करना होगा।
पहले पैसे दो और पहले मुलाकात का फायदा उठाओ इस तर्ज पर भ्रष्टाचार का काला खेल चल रहा था।वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जहां बंदी के परिजन ने जैसे ही जेल प्रहरी के हाथ में भ्रष्टाचार के रुपये का वजन रखा वैसे ही उसे अन्य मुलाकात करने पहुंचे लोगों की तुलना में पहले एंट्री दे दी गई।