संसद का बजट सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने अभिभाषण में मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ भविष्य की योजनाओं का खाका पेश करेंगी। साथ ही, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी, जो देश की अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति और आगामी वित्तीय वर्ष की संभावनाओं को रेखांकित करेगा। इसके बाद कल यानी 1 फरवरी को वित्त मंत्री आम बजट पेश करेंगी।
बजट सत्र का शेड्यूल
पहला चरण: 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा।
दूसरा चरण: 10 मार्च से 4 अप्रैल तक रहेगा।
राष्ट्रपति मुर्मू के संबोधन के बाद संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा।
1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट और अपना लगातार आठवां बजट पेश करेंगी।
बजट 2025 पर सबकी नजरें क्यों?
इस बजट को मोदी सरकार के अब तक के सबसे चुनौतीपूर्ण बजटों में से एक माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बजट बुनियादी ढांचे के विकास, सामाजिक कल्याण योजनाओं और कर सुधारों पर केंद्रित होगा। इसके अलावा, सरकार मध्यम वर्ग को राहत देने और ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य की दिशा में कदम बढ़ाने के संकेत दे सकती है।
बजट सत्र में संभावित मुद्दे
बजट सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। दिल्ली विधानसभा चुनाव, महाकुंभ हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत और वक्फ संशोधन बिल जैसे मुद्दों पर संसद में तीखी बहस होने की उम्मीद है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) पर वक्फ विधेयक की रिपोर्ट तैयार करने में पक्षपात का आरोप लगाया है और इस पर चर्चा की मांग की है।
बजट सत्र में पेश किए जाएंगे महत्वपूर्ण विधेयक
सरकार बजट सत्र के पहले चरण में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश करने की तैयारी में है, जिनमें वक्फ (संशोधन) विधेयक, आव्रजन और विदेशी विधेयक, बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक, रेलवे (संशोधन) विधेयक समेत कुल 16 विधेयक शामिल हैं।
वित्त विधेयक और आर्थिक सर्वेक्षण पर विशेष ध्यान
आर्थिक सर्वेक्षण देश की अर्थव्यवस्था का लेखा-जोखा प्रस्तुत करेगा और भविष्य के लिए आवश्यक नीतियों पर प्रकाश डालेगा। वहीं, बजट सत्र में वित्त विधेयक, 2025 समेत कई अनुदान मांगों और विनियोग विधेयकों पर चर्चा होगी।