BRICS शिखर सम्मेलन 2024 का आयोजन रूस के कजान में हो रहा है, जहां दुनिया की प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के नेता एकत्रित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस ऐतिहासिक सम्मेलन में हिस्सा लिया और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
भारत BRICS में नए सदस्यों का स्वागत करने के लिए तैयार
सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए सदस्यों को BRICS में शामिल करने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सभी फैसले सर्वसम्मति से होने चाहिए और इसके संस्थापक सदस्यों की राय का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने WTO और UNAC के विस्तार की भी वकालत की, साथ ही यह भी कहा कि दुनिया में जारी संघर्षों के समाधान के लिए संवाद और कूटनीति की जरूरत है, न कि युद्ध की। मोदी ने आतंकवाद पर भी जोर दिया कि इसे किसी भी प्रकार से बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
व्लादिमीर पुतिन का BRICS विस्तार पर जोर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में कहा कि BRICS को नए निवेश मंच की आवश्यकता है और हम एक “नया BRICS ग्लोबल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म” स्थापित करने का प्रस्ताव रखते हैं, जो वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराएगा। पुतिन ने 30 से अधिक देशों की BRICS में शामिल होने की इच्छा पर भी चर्चा की। उन्होंने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस गठबंधन’ और ‘BRICS अनाज विनिमय’ जैसे प्रस्ताव भी पेश किए, जो वैश्विक बाजार को स्थिरता और उचित मूल्य दिलाने में मदद करेंगे।
#WATCH रूस: कज़ान एक्सपो सेंटर में BRICS शिखर सम्मेलन का पूर्ण सत्र शुरू हुआ। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विश्व नेताओं को संबोधित किया।
(वीडियो: होस्ट ब्रॉडकास्टर वाया रॉयटर्स) pic.twitter.com/cbyRJVVmnN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 23, 2024
नए सदस्य देशों का स्वागत
इस बार BRICS समूह में पांच नए देशों को आधिकारिक रूप से शामिल किया गया है, जिनमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। यह BRICS के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस अवसर को ‘BRICS के लिए ऐतिहासिक क्षण’ बताते हुए सोशल मीडिया पर नेताओं की तस्वीर साझा की और समावेशी और बहुपक्षीय दुनिया के लिए एकजुटता पर जोर दिया।