बेजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भाजपा मुख्याला में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, पूरे देश में CAA को लेकर हिंसा का माहौल बनाया जा रहा है, तो ये कहा जा सकता है कि ये तुष्टिकरण का 20-20 मैंच चल रहा है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, टीएमसी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ये सब मिलकर, मुसलमानों को भड़काकर, हिंसा व आगजनी का माहौल बनाना चाहते हैं।
ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए पात्रा ने कहा कि, ममता बनर्जी अपना पक्ष बदलते हुए 13 जनवरी को विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं होंगी। उसने कहा कि वह कांग्रेस और सीपीआई (एम) की खराब राजनीति से निराश हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, वह सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध करेंगी और ये लोग गाड़ियों में आग लगा देंगे और बम लगाएंगे? मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा।
विपक्ष अब एक दूसरे को बेनकाब कर रहा है। वे ध्रुवीकरण के खेल में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। सच्चाई का खुलासा हो गया है। ममता बनर्जी ने आगजनी और हिंसा के लिए कांग्रेस और माकपा को जिम्मेदार ठहराया है। वह यह सब कह रही हैं क्योंकि वह नहीं चाहती कि मुस्लिम वोट बंगाल में विभाजित हो। वह उन सभी को अपना बनाना चाहती हैं। यह ध्रुवीकरण की राजनीति का प्रमुख उदाहरण है।
अखिलेश यादव और यूपी विधानसभा में उनके LOP राम गोविन्द चौधरी कहते हैं कि हम जब सत्ता में आ जाएंगे तो जो लोग CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें भत्ता देंगे। आप आग लगाओ, गोली चलाओ और पेंशन पाओ, इससे ज्यादा भद्दा कुछ हो सकता है क्या?
प्रियंका गांधी ने कहा है कि हम सत्ता में आएंगे तो जिन लोगों पर पुलिस ने एक्शन लिया है, हम उन्हें शहीद घोषित करेंगे। कांग्रेस आर्मी चीफ विपिन रावत को सड़क का गुंडा कहती है और जो लोग आगजनी कर रहे हैं, उन्हें शहीद कहती है। ये कांग्रेस के लिए शहादत की परिभाषा है।