नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल चुनाव होने में महज कुछ माह शेष है, उससे पहले ही टीएमसी सांसदों की जासूसी शुरू हो गई है, जो हम नहीं कह रहें। यह कह रहीं है, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा। जिन्होंने अपने घर के बाहर तैनात बीएसएफ की तैनाती को लेकर सवाल उठाया है। महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया है कि उनके घर के बाहर बीएसएफ की तैनाती कर उनकी जासूसी करवाई जा रही है। उन्होंने मांग की कि ये तैनाती हटाई जाए।
आपको बता दें कि इस सुरक्षा को लेकर महुआ मोइत्रा ने दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखी है। टीएमसी सांसद ने कहा कि बाराखंभा रोड के एसएचओ 12 फरवरी की शाम करीब साढ़े छह बजे मेरे आवास पर मिलने आए। इसके कुछ देर बाद करीब 10 बजे बीएसएफ के तीन जवानों को घर के बाहर तैनात कर दिया गया।
सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि, ”इन सुरक्षाबलों के व्यवहार से लगा कि वे मूवमेंट को नोट कर रहे हैं। इससे मुझे ऐसा लगा कि मैं किसी तरह की निगरानी में हूं। इस देश की नागरिक होने के नाते निजता का अधिकार मेरा मौलिक अधिकार है। मैंने जब पता लगाया तो ये जानकारी मिली कि मेरी सुरक्षा के लिए बाराखंभा रोड से इन आर्म्ड फोर्स को तैनात किया गया है। हालांकि, इस देश की आम नागरिक के तौर पर मैंने कभी इस तरह की सुरक्षा की कभी मांग नहीं की। इसलिए आपसे अनुरोध है कि कृपया इन्हें यहां से वापस बुला लें।”
इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला कर कहा कि, “सिर्फ मेरी सुरक्षा करने पर संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहिए। सबकी सुरक्षा हो. मुझे कुछ खास नहीं चाहिए, मैं सुरक्षा नहीं लेती। यदि आप मेरी निगरानी कर रहे हैं तो मुझसे पूछें और मैं आपको बताऊंगी। भारतीय लोकतंत्र पहले से ही खतरे में है, हमें ऐसा एहसास मत दिलाइए कि हम रूसी गुलाग में रह रहे हैं।”
बता दें कि इससे पहले भी टीएमसी सांसदों द्वारा सरकार पर जासूसी करने का आरोप लगता रहा है, हालांकि अभी तक इस मामले की पुष्टि नहीं हो सकी है।