अयोध्या: इस बार अयोध्या का दीपोत्सव खास होगा क्योंकि रामनगरी में डेढ़ लाख गो-दीपों की रोशनी से जगमगाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी गो आश्रय स्थलों पर भी गो-पूजन का आयोजन किया जाए। पशुधन विभाग ने इस वर्ष दीपोत्सव के मौके पर 1.5 लाख गो-दीप जलाने का संकल्प लिया है, जो गोवंश संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
35 लाख दीपों से सजेगा अयोध्या, 28 लाख दीये जलेंगे सरयू घाट पर
इस बार अयोध्या में 35 लाख दीप जलाए जाएंगे, जिनमें से 28 लाख दीये सरयू नदी के 55 घाटों पर जलाए जाएंगे, और इसे विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज करने की तैयारी है। पशुधन विभाग के सहयोग से डेढ़ लाख गो-दीप भी इस आयोजन का हिस्सा होंगे। इस अवसर पर पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने सीएम योगी को प्रतीकात्मक गो-दीप और अन्य गो उत्पाद भेंट किए, जिसे सीएम ने सराहनीय पहल बताया।
गो-पूजन के निर्देश और संरक्षण के प्रयास
मुख्यमंत्री ने गो-पूजन के महत्व पर जोर देते हुए सभी जिलों में गो आश्रय स्थलों पर विशेष गो-पूजन के आयोजन के निर्देश दिए। गोवर्धन पूजा के दिन, मंत्री, सांसद, विधायक, और समाजसेवी समेत गो-प्रेमियों से इस आयोजन में भाग लेने की अपील की गई है। इसका उद्देश्य समाज में गोवंश संरक्षण के प्रति जागरुकता फैलाना है।
गोवंश का संरक्षण सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोवंश का संरक्षण और संवर्धन उनकी सरकार की प्राथमिकता है। सभी गो आश्रय स्थलों में हरे चारे, भरण-पोषण और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे गोवंश की देखभाल और सुरक्षा में सुधार आएगा और समाज में गोवंश के प्रति आदरभाव बढ़ेगा।
अयोध्या का यह दीपोत्सव न केवल भव्य होगा बल्कि धार्मिक आस्था और गोवंश के प्रति जागरुकता फैलाने के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण रहेगा।