मध्य प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत को भाजपा संगठन मंत्री का निजी सहायक (पीए) बताने वाले एक व्यक्ति ने धोखाधड़ी के प्रयास में निशाना बनाया। घटना को लेकर मंत्री ने साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है।
घटना तब सामने आई जब एक कॉलर ने खुद को भाजपा संगठन मंत्री बीएल संतोष का पीए बताते हुए मंत्री रावत से उनके मोबाइल नंबर 9285127561 पर संपर्क किया और 5 लाख रुपए मांगे मांगे। गड़बड़ी का संदेह होने पर मंत्री रावत ने बीएल संतोष के वास्तविक पीए से संपर्क करके अनुरोध की वैधता की जांच की। यह पुष्टि की गई कि पैसे के लिए ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया गया था। जब इसकी जांच की गई तो कॉल फर्जी पाया गया। जिसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम ब्रांच में अज्ञात शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
मंत्री की प्रतिक्रिया और साइबर अपराध शिकायत
धोखाधड़ी के प्रयास का एहसास होने पर, मंत्री रावत ने तुरंत साइबर अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई। अधिकारियों ने घोटाले के लिए जिम्मेदार धोखेबाज का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।
जांच चल रही है
साइबर अपराध शाखा उस व्यक्ति की सरगर्मी से तलाश कर रही है जिसने मंत्री रावत से धोखाधड़ी करने का प्रयास किया था। वे अपराधी की पहचान करने और उसे पकड़ने के लिए उपलब्ध जानकारी और कॉल रिकॉर्ड का उपयोग कर रहे हैं।