रिपोर्ट: सत्यम दुबे
बारां: राजस्थान के बारां जिले के छाबड़ा कस्बे में रविवार को उस वक्त हिंसा भड़क उठी जब, दो युवकों की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद मामला गर्म हो गया, वहीं देखते ही देखते हिंसा भड़क उठी। हिसां का रुप इतना घातक था कि भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों में आग लगा दी। स्थिति को देखते हुए प्रशासम को कर्फ्यू लगाना पड़ा और इंटरनेट सेवा भी बंद करनी पड़ी।
आपको बता दें कि मामला दो समुदायों के बीच का था। चाकूबाजी की हुई घटना पर दोनो पक्षों में विवाद होने लगा। विवाद बढ़ते-बढ़ते इतना बढ़ गया कि एक पक्ष आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। वहीं पहले पक्ष ने रैली निकलवा कर कस्बा बंद करवा दिया तो वहीं दूसरे पक्ष ने विरोधी पक्ष की दुकानें जला दीं।
मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस ने हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया इसके बाद भी स्थिति नियंत्रण में नहीं आ सकी। हिंसा करने वाले लोग लाठी, लोहे की छड़ और हथियारों से लैस लोगों ने देर शाम उग्र प्रदर्शन जारी रखा। हालात तो ये हो गये कि पुलिस और सरकारी वाहनों के साथ-साथ सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा दी गई।
इस मामले में SP विनीत बंसल ने बताया कि “स्थिति बहुत तनावपूर्ण है। भीड़ द्वारा हिंसा जारी है और हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।” अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि अतिरिक्त बलों को बुलाया गया है और वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है। इस टीम में कोटा रेंज के डीआईजी रवि गौर शामिल हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, हिंसा तब भड़की जब बाजारों के मे एक गुट मार्च कर रहा था, इसने व्यापारियों से अलीगंज और आजज नगर में दुकानें बंद करने को कहा और जल्द ही अन्य क्षेत्रों में फैल गया।जबकि धरनावदा सर्कल, स्टेशन रोड, अजाज नगर और अलीगंज क्षेत्र में लगभग 10-12 दुकानों में आग लगा दी गई और शाम को एक निजी यात्री बस, कारों और अन्य वाहनों के साथ एक आग लगा दी गई।
स्थिति को देखते हुए बारां जिला कलेक्टर ने रविवार शाम 4 बजे से छाबड़ा शहर की नगरपालिका परिधि में कर्फ्यू का आदेश दिया।अधिकारियों ने कहा कि 13 अप्रैल को शाम 4 बजे तक जिले में इंटरनेट को निलंबित कर दिया गया है।