गलवान घाटी में हमे धोखा देने के बाद चीन ने सपने में नहीं सोचा होगा की भारत की वो प्रतिक्रिया होगी जो उसे अंदर तक हिलाकर रख देगी। भारत ने हर मोर्चे पर अब चीन को घेरना शुरू कर दिया है।
रेलवे, हाईवे के प्रॉजेक्ट्स के चीन की कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद अब ऊर्जा मंत्रालय ने भी अपनी वेबसाइट पर एक आदेश अपलोड किया है।
उसमे लिखा गया है कि बिजली आपूर्ति प्रणाली और नेटवर्क में इस्तेमाल होने वाले सभी इंपोर्टेड उपकरणों का परीक्षण होगा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने राज्य मंत्रियों की एक मीटिंग में कहा कि अब स्थानीय उपकरण के लिए कंपनियों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज हम अपने देश में बिजली व्यवस्था के लिए आवश्यक हर चीज का निर्माण कर रहे हैं। हमारे पास मैन्यूफैक्चरिंग सुविधा और क्षमता भी है।
आपको बता दे, वर्ष 2018-19 में हमने 71 हजार करोड़ रुपए का बिजली उपकरण इंपोर्ट किया गया है। इसमें से 21 हजार करोड़ रुपए का सामान चीन से था।