अमरनाथ यात्रा 2025 में अब श्रद्धालुओं को एक नया अनुभव मिलेगा, जब वे बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा के दर्शन करेंगे। पवित्र गुफा का बाहर का ढांचा पूरी तरह से नया रूप लेगा, जिससे दर्शन की प्रक्रिया में सुधार होगा। अब एक साथ 100 से ज्यादा श्रद्धालु एक ही समय में बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। इस नई व्यवस्था के लिए लुधियाना के आर्किटेक्ट नवल कुमार ने एक नया मॉडल तैयार किया है, जिससे दर्शन की सुविधा और आरामदायक हो जाएगी।
नई व्यवस्था और दर्शन का अनुभव
पवित्र गुफा के बाहर का ढांचा पूरी तरह से नया बनाया जा रहा है। विशेष रूप से, पांच लाइनों में यह नया ढांचा तैयार किया जा रहा है, जो श्रद्धालुओं के लिए सुविधा प्रदान करेगा। पहले, श्रद्धालु अस्थायी लाइनों में खड़े होते थे, जिससे कई बार धक्का-मुक्की होती थी। अब नई व्यवस्था के तहत, 100 से ज्यादा श्रद्धालु एक साथ गुफा के प्रांगण में खड़े होकर बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे। इस व्यवस्था से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिलेगा, बल्कि गुफा में गर्मी भी कम होगी, क्योंकि प्लेटफॉर्म भी तैयार किया गया है।
भंडारा संस्थाओं की बैठक और सुझाव
रविवार को श्री अमरनाथ यात्रा भंडारा आर्गेनाइजेशन (साइबो) द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें देश भर से आए भंडारा संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस बैठक में भंडारा संस्थाओं ने अपनी समस्याएं और सुझाव दिए। आर्किटेक्ट नवल कुमार ने बताया कि नया ढांचा श्रद्धालुओं के लिए दर्शन को अधिक आरामदायक बनाएगा और भीड़-भाड़ से बचाएगा।
यात्रा की तैयारियां और भंडारा आयोजकों की मांगें
श्री अमरनाथ भंडारा संगठन के अध्यक्ष राजन कपूर ने बताया कि यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं और 150 से अधिक भंडारा आयोजक बैठक में शामिल हुए। इस वर्ष, सभी भंडारा संचालकों को शीघ्र ही श्राइन बोर्ड से आमंत्रण पत्र प्राप्त होंगे। भंडारा आयोजकों की कई प्रमुख मांगें हैं, जिनमें से कुछ का समाधान हो चुका है, जबकि कुछ अभी बाकी हैं।
यात्रा पास और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पर सुझाव
बर्फानी सेवा समिति के प्रधान बलदेव अरोड़ा ने बताया कि यात्रा की रजिस्टेशन और मेडिकल प्रक्रिया में कठिनाइयां आ रही हैं, जिससे कई यात्री यात्रा पर जाने से पहले ही इसे रद्द कर देते हैं। उनका सुझाव है कि रजिस्ट्रेशन और मेडिकल प्रक्रिया को यात्रा स्थान पर ही किया जाए, जैसे माता श्री वैष्णो देवी यात्रा के दौरान होता है। अरोड़ा ने यह भी कहा कि यदि जम्मू कश्मीर सरकार यात्रा पास और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सरल बना दे तो इससे श्रद्धालुओं को बहुत राहत मिलेगी।