अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि ये रटाया जाता है कि सपा के समय में सिर्फ 4 जिले में बिजली जाती थी। बिजली गई थी सरकार की थोड़ी गर्मी निकल गई। अपनी गर्मी निकालने के लिए कुछ अधिकारी सस्पेंड कर दिए।
गौरतलब है कि कल महिला अपराध पर अखिलेश के आरोपों का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा था प्रदेश में हर चुनाव में कुछ लोग गड़बड़ी फैलाते थे। इस बार भी कुछ लोगों ने गड़बड़ी फैलाने की कोशिश लेकिन यूपी पुलिस ने कुछ ही घंटों में कंट्रोल कर लिया। जिन्होंने गर्मी दिखाने की कोशिश की उनकी गर्मी अच्छे ढंग से उतर रही है। आज इस पर अखिलेश यादव ने बिजली के बहाने जवाब दिया।
अखिलेश ने कहा कि गर्मी खत्म नहीं हो सकती। मान लीजिए बनारस का चुनाव था। एमएलसी चुनाव में बीजेपी ने अपना प्रत्याशी उतारा वहां निर्दलीय जीत गया। बीजेपी की गर्मी उतर गई। जहां तक बिजली उत्पादन का सवाल है तो सरकार बताए कि पांच साल में बिजली का कौन सा कारखाना लगाया? मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि पांच साल में यूपी में कितनी बिजली बढ़ाई है। हमें तो एक-एक प्लांट याद है। सरकार के लोग नहीं बता पाएंगे। बता दें तो अपना भाषण यहीं खत्म कर दूंगा। यदि बिजली ठीक थी तो इन्हें बिजली मंत्री क्यों हटाने पड़े? मैं कहूं कि इनकी गर्मी निकाल दी इन्होंने।
अखिलेश ने कहा कि जब मैं यूपी की सरकार में आया उस समय प्रदेश में बिजली की बड़ी किल्लत थी। बीएसपी की सरकार का एमओयू था ललितपुर के प्लांट का। इसी हाउस में हम लोगों ने प्रस्ताव पास कर उसे आगे बढ़ाया। एक यूनिट बनकर तैयार है। पता नहीं सरकार ने दूसरी यूनिट बनाई कि नहीं। अखिलेश ने सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए किए गए कामों का विस्तार से उल्लेख किया। 108, 102 एम्बुलेंस का उल्लेख करते हुए अखिलेश ने कहा कि अभी खबर आई कि एम्बुलेंस में आग लग गई। नौ हजार ड्राइवर हैं जो कोरोना के समय काम कर रहे थे। उन्होंने अपनी परवाह नहीं की यूपी की जनता की परवाह की। आज पता लगा कि सब ड्राइवर हटा दिए गए हैं। रात में चलती ही नहीं है एम्बुलेंस। सरकार बताए कि पांच साल में कितनी एम्बुलेंस बढ़ाई।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज तक के इतिहास में यदि कोई सबसे विफल सरकार हुई है तो वह यह सरकार है। यूपी में अराजकता का माहौल है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। यह सरकार सामूहिक बालात्कार, नफरत, भ्रष्टाचार बढ़ाने वाली, विकास रोकने वाली और महंगाई को चरम सीमा पर पहुंचाने वाली है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, कानपुर मेट्रो भी सपा सरकार के प्रोजेक्ट थे। इस दौरान अखिलेश ने सीएम योगी की तरफ मुस्कुराते हुए देखकर कहा कि ‘ये आपके प्रोजेक्ट नहीं थे नेता सदन।’
अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को एक बार फिर घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास नहीं साम्प्रदायिकता बढ़ रही है। अपराध के मामले में बुरा हाल है। असुरक्षा का माहौल पैदा किया गया। यूपी में कोई नया निवेश नहीं है।