देश के बजट पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। इसको लेकर आम लोग तो उत्साहित हैं ही, साथ ही विपक्ष भी सरकार पर निशाना साध रही है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर सरकार से गुजारिश की है कि देश के बजट में किसानों और महिलाओं के लिए सहूलियत भरे प्रावधान हों।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा भाजपा सरकार से बस इतनी गुज़ारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मज़दूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करे क्योंकि भाजपा की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है। देशहित मे जारी!
भाजपा सरकार से बस इतनी गुज़ारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मज़दूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करे क्योंकि भाजपा की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है।
देशहित मे जारी!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2021
इससे पहले अखिलेश यादव ने लिखा कि उप्र की राजधानी में कल से एक व्यापारी के लापता होने की ख़बर ने कारोबारियों को भयभीत कर दिया है। भाजपा सरकार सच्ची माँगों पर किसानों को भी उत्पीड़ित कर रही है और सच बोलने पर पत्रकारों को भी। उप्र में पुलिस कमिश्नर की नयी प्रणाली क़ानून-व्यवस्था के मामले में पूरी तरह फ़ेल है।
भाजपा राज में आज आम आदमी ही नहीं पत्रकारों तक की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटकर उन्हें गिरफ़्तार भी किया जा रहा है, जो अति निंदनीय है।
उप्र में भाजपा सरकार सच बोलने वाले पत्रकारों व राजनेताओें पर किए गए झूठे मुक़दमे तुरंत वापस ले।#MandeepPunia#JournalismIsNotACrime
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 31, 2021
उन्होंने इससे पहले लिखा भाजपा द्वारा किसानों को बदनाम करने के प्रपंचों से किसान बहुत आहत हैं। भाजपा ने नोटबंदी, जीएसटी, श्रम क़ानून व कृषि क़ानून लाकर खरबपतियों को ही फ़ायदा पहुँचाने वाले नियम बनाए हैं। भाजपा ने आम जनता को बहुत सताया है। वो आँसू टपके बस दो आँख से हैं, पर दुख-दर्द वो लाखों लाख के हैं।
उप्र की राजधानी में कल से एक व्यापारी के लापता होने की ख़बर ने कारोबारियों को भयभीत कर दिया है. भाजपा सरकार सच्ची माँगों पर किसानों को भी उत्पीड़ित
कर रही है और सच बोलने पर पत्रकारों को भी.उप्र में पुलिस कमिश्नर की नयी प्रणाली क़ानून-व्यवस्था के मामले में पूरी तरह फ़ेल है. pic.twitter.com/hZjT8TAuFF
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 31, 2021
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को अगले वित्त वर्ष 2021-22 का केंद्रीय बजट लोकसभा के पटल पर पेश किया। निर्मला सीतारमण ने लगातार तीसरी बार आम बजट पेश किया है।
भाजपा द्वारा किसानों को बदनाम करने के प्रपंचों से किसान बहुत आहत हैं. भाजपा ने नोटबंदी, जीएसटी, श्रम क़ानून व कृषि क़ानून लाकर खरबपतियों को ही फ़ायदा पहुँचाने वाले नियम बनाए हैं.
भाजपा ने आम जनता को बहुत सताया है.
वो आँसू टपके बस दो आँख से हैं
पर दुख-दर्द वो लाखों लाख के हैं pic.twitter.com/O1G1PIIIIT— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 31, 2021
कोरोना महामारी के संकट के बाद केंद्र सरकार का यह पहला बजट है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान अर्थव्यवस्था कि धीमी रफ़्तार को एक बार फिर गति देने के लिए सभी की निगाहें इस बजट पर टिकी हैं।