दिल्ली-एनसीआर में परिवहन के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है। आने वाले वर्षों में एयर टैक्सी, यानी हवा में उड़ने वाली टैक्सियां, नए और तेज परिवहन साधन के रूप में पेश की जाएंगी। ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में इन टैक्सियों के मॉडल और उनके स्टेशन (वर्टिपोर्ट) का प्रदर्शन किया गया।
एयर टैक्सी के संचालन से दिल्ली-एनसीआर के लोग एक शहर से दूसरे शहर तक सिर्फ 15-20 मिनट में पहुंच सकेंगे। जहां अभी उन्हें 1.5-2 घंटे लगते हैं, वह सफर अब हवा में कम समय में पूरा होगा। इससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत होगी।
एयर टैक्सी की खासियतें
1. सीहार्स एच5 मॉडल
यह टैक्सी हेलीकॉप्टर की तरह वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग करने में सक्षम होगी।
इसमें एक पायलट के साथ चार यात्री बैठ सकते हैं।
यह 550 किलोग्राम तक का वजन उठाने की क्षमता रखेगी।
एक बार चार्ज होने पर यह 450 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेगी।
150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरेगी।
2. नई तकनीक और ऊंचाई
एयर टैक्सी 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकती है।
आपातकालीन स्थिति में यह महज आठ सेकंड में लैंड कर सकती है।
टेकऑफ और लैंडिंग के लिए किसी रनवे, एयरपोर्ट, या सीपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी।
एयरडोक वर्टिपोर्ट: भविष्य के स्टेशन
एयर टैक्सियों के संचालन और रखरखाव के लिए विशेष स्टेशन बनाए जाएंगे, जिन्हें एयरडोक वर्टिपोर्ट कहा जाएगा।
हर वर्टिपोर्ट पर 10 एयर टैक्सियां तैनात होंगी।
चार्जिंग, ग्रीन हाइड्रोजन भरने और यात्रियों के बैठने की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
इन वर्टिपोर्ट्स को सौर ऊर्जा से संचालित किया जाएगा, जिससे कार्बन उत्सर्जन शून्य रहेगा।
स्पीड और किराया
एयर टैक्सी 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम होगी। इसका किराया केवल 5 रुपये प्रति किलोमीटर होगा, जिससे यह सेवा किफायती और आकर्षक बनेगी।
पायलट प्रोजेक्ट और भविष्य की योजना
एयर टैक्सी के संचालन को लेकर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा चुका है। इसके सफल परीक्षण के बाद नागरिक उड्डयन विभाग से रूट निर्धारण की अनुमति ली जाएगी। इन टैक्सियों के संचालन के लिए प्रत्येक स्टेशन के निर्माण हेतु 20 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी।
आधुनिक सफर का अनुभव
एयर टैक्सी दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए परिवहन के नए युग की शुरुआत करेगी। यह सेवा न केवल तेज और किफायती होगी, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी साबित होगी। सफर के दौरान यात्रियों को आधुनिकता और रोमांच का नया अनुभव मिलेगा।