अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए एसोसिएशन ऑफ इंडियन-अमेरिकन माइनॉरिटीज (AIAM) का शुभारंभ किया गया। इस नए संगठन का उद्देश्य भारतीय प्रवासी अल्पसंख्यकों को एकजुट करना और उनके विकास के लिए काम करना है। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके समावेशी विकास और अल्पसंख्यक कल्याण के प्रयासों के लिए ‘डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवॉर्ड फॉर माइनॉरिटी अपलिफ्टमेंट’ से सम्मानित किया गया।
AIAM का गठन और लक्ष्य
मैरीलैंड के स्लिग सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में AIAM ने भारतीय-अमेरिकी अल्पसंख्यकों को संगठित करने और उनके बेहतर भविष्य के लिए काम करने का संकल्प लिया। यह संगठन प्रवासी भारतीय समुदाय में एकता सुनिश्चित करने और समान अवसरों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
AIAM का नेतृत्व और टीम
सिख दानकर्ता जसदीप सिंह को AIAM का संस्थापक अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके निदेशक मंडल में विभिन्न धर्मों और समुदायों के सदस्य शामिल हैं, जो इसकी विविधता को दर्शाते हैं:
बलजिंदर सिंह और सुखपाल धनोआ (सिख)
पवन बेजवाड़ा और एलिशा पुलिवर्ती (ईसाई)
दीपक ठक्कर (हिंदू)
जुनैद काजी (मुस्लिम)
निसिम रुबेन (यहूदी)
पीएम मोदी की प्रशंसा
AIAM के अध्यक्ष जसदीप सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को संगठन का समर्थन देने की बात कही। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाया है, जिसमें हर नागरिक को समान अवसर दिए जा रहे हैं।
सतनाम सिंह संधू, भारतीय अल्पसंख्यक फेडरेशन के संयोजक, ने भी पीएम मोदी की ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण ने सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा दिया है और राजनीति में मान-मनौव्वल की परंपरा को खत्म किया है।
ग्लोबल पीस अवॉर्ड का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया यह सम्मान उनके नेतृत्व और समावेशी विकास के प्रयासों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन है। यह पुरस्कार भारत की बहुलतावादी संस्कृति और हर वर्ग के कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
AIAM का गठन और प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित करना, अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। यह भारतीय-अमेरिकी समुदाय की एकजुटता और उनके विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।