1. हिन्दी समाचार
  2. विदेश
  3. अफगानिस्तान : पंजशीर को कब्जाने के लिए एक बार फिर तालिबान की घुसपैठ की कोशिश, हुआ नाकाम

अफगानिस्तान : पंजशीर को कब्जाने के लिए एक बार फिर तालिबान की घुसपैठ की कोशिश, हुआ नाकाम

अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्सों को अपने कब्जे में ले चुके तालिबान ने एक बार फिर पंजशीर में घुसपैठ की कोशिश की, जहां उसे फिर मुंह की खानी पड़ी। इसके बावजूद वो अपने दुस्साहसी कदमों से सबक नहीं ले रहा है।

By: Amit ranjan 
Updated:
अफगानिस्तान : पंजशीर को कब्जाने के लिए एक बार फिर तालिबान की घुसपैठ की कोशिश, हुआ नाकाम

नई दिल्ली : अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्सों को अपने कब्जे में ले चुके तालिबान ने एक बार फिर पंजशीर में घुसपैठ की कोशिश की, जहां उसे फिर मुंह की खानी पड़ी। इसके बावजूद वो अपने दुस्साहसी कदमों से सबक नहीं ले रहा है। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार रात को भी तालिबान ने पंजशीर में घुसने की कोशिश की, जहां उसका मुकाबला नॉर्दर्न एलायंस (NA) के लड़ाकों से हुआ।

स्थानीय पत्रकार नातिक मालिकज़ादा द्वारा किए गए ट्वीट के मुताबिक, अफगानिस्तान के पंजशीर के एंट्रेंस पर गुलबहार इलाके में तालिबान लड़ाकों और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस दौरान तालिबान द्वारा यहां पर एक पुल उड़ाने की भी खबर है। इसके अलावा कई लड़ाकों को पकड़ा गया है।

 

बता दें कि इससे पहले सोमवार रात को भी तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच गोलीबारी हुई थी, तब करीब 7-8 तालिबानी लड़ाकों के मारे जाने की खबर थी। आपको बता दें कि पंजशीर अभी भी तालिबान के कब्जे से दूर है, यहां पर नॉर्दर्न एलायंस अहमद मसूद की अगुवाई में तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।

अहमद मसूद के प्रवक्ता फहीम दश्ती द्वारा भी तालिबान के साथ हुई लड़ाई की पुष्टि की गई थी। फहीम के मुताबिक, सोमवार की रात को पंजशीर में तालिबान ने हमला किया था और घुसपैठ की कोशिश की गई थी लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली थी। तालिबान पहले ही पंजशीर इलाके में इंटरनेट बंद कर चुका है। हालांकि, बाद में उन्हें खोल दिया गया था।

गौरतलब है कि 30 अगस्त को अमेरिका की सेना ने काबुल एयरपोर्ट को छोड़ दिया है। अब अफगानिस्तान पर पूरी तरह से तालिबान का राज है। तालिबान द्वारा जल्द ही अफगानिस्तान में नई सरकार बनाई जाएगी, जिसे लेकर वो कई दावे भी कर रहे है। आपको बता दें कि तालिबान के बड़े नेता कंधार में मौजूद हैं, जो जल्द ही काबुल का रुख कर सकते हैं। जिसके बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...