ब्रिटिश सांसद डेबी अब्राहम को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया, डेबी ने कहा कि, उनके पास वैध वीजा होने के बावजूद भारत में एंट्री नहीं दी गई, हालांकि सरकार ने सांसद के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि उन्हें पहले ही सूचित कर दिया गया था कि उनका ई वीजा रद्द कर दिया गया है। अब इसपर सियसत गरम हो गई है।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, डेबी अब्राहम को भारत द्वारा डिपोर्ट करना जरूरी था। वह एक सांसद के तौर नहीं, बल्कि पाकिस्तान का छद्म रूप बनकर आ रही थीं। पाकिस्तान और आईएसआई से उनकी करीबी जगजाहिर है। भारत की एकता और अखंडता पर होने वाले हर हमले को नाकाम करना चाहिए।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर लिखा था कि, ब्रिटिश सांसद, जिन्होंने जम्मू कश्मीर पर सरकार की आलोचना की, पर प्रतिक्रिया स्वरूप उन्हें हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। यह आचरण एक लोकतत्र के लिए वाकई अशोभनीय है।
बताते चलें कि, डेबी अब्राहम ने जम्मू कश्मूर से आर्टिकल 370 हटाए जाने पर निंदा की थी। वहीं, डेबी ने दावा किया है कि, उनका ई वीजा कैंसल कर दिया गया, जबकि यह अक्टूबर 2020 तक वैध था। वहीं, गृहमंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि ब्रिटिश सांसद को भारत आने से पहले ही वीजा रद्द होने की जानकारी दे दी गई थी, इसके बावजूद उन्होंने भारत आने का फैसला किया।