दिल्ली के मध्यप्रदेश भवन में मध्यप्रदेश उत्सव का आयोजन एमपी सीएम मोहन यादव के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद शुरू हो गया है। बता दें कि सीएम डॉ मोहन यादव 30 अगस्त को करीब 10 बजे दिल्ली के मध्यप्रदेश भवन में पहुंचे जहां उन्होंने चार दिवसीय मध्यप्रदेश उत्सव का उद्घाटन किया।
इस आयोजन के तहत हथकरघा, हस्तशिल्प, ओडीओपी उत्पाद, जीआई उत्पाद, मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत एवं शासन की उपलब्धियों पर केंद्रित प्रदर्शनियां लगाई जा रही हैं। इसी के साथ विंध्य हर्बल्स के विक्रय-सह-प्रदर्शनी स्टॉल में राज्य के वनोपज और औषधीय उत्पादों तथा मृगनयनी के स्टाल में प्रदेश के हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पाद विशेष छूट के साथ क्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे।
मध्य प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) मध्यप्रदेश भवन (Madhya Pradesh Bhawan) में 30 अगस्त से 2 सितंबर 2024 तक होने वाले ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ (Madhya Pradesh Utsav) का शुभारंभ करने के लिए दिल्ली पहुंचे। जहां उन्होंने इस भवन का उद्घाटन कर आयोजन का प्रारंभ किया। उद्घाटन के बाद सीएम डॉ यादव ने कहा कि इस उत्सव में प्रदेश की समृद्ध कला, पर्यटन, संस्कृतिक विरासत, जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों का वृहद प्रदर्शन होगा।
सीएण डॉ यादव ने कहा कि इस उत्सव में लघु मध्यप्रदेश की झलक भी आप लोगों को दिखने वाली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग अंचलों-मालवा, विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड के विशिष्ट व्यंजन भी परोसे जाएंगे। सीएम डॉ. यादव ने ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ में केंद्रीय मंत्रिमंडल के मंत्री, सांसद, विधायक, अन्य गणमान्य व्यक्तियों और जन-सामान्य को भी आमंत्रित किया है।
मध्य प्रदेश के इस उत्सव में हथकरघा, हस्तशिल्प, ओडीओपी उत्पाद, जीआई उत्पाद, मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत एवं शासन की उपलब्धियों पर केंद्रित प्रदर्शनियां लगाई जाएगी। विंध्य हर्बल्स के विक्रय-सह-प्रदर्शनी स्टॉल में राज्य के वनोपज और औषधीय उत्पादों तथा मृगनयनी के स्टाल में प्रदेश के हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पाद विशेष छूट के साथ क्रय के लिए उपलब्ध होंगे। मध्यप्रदेश पर्यटन की प्रदर्शनी में राज्य के टूरिज्म पैकेज और प्रोडक्ट्स की जानकारी और बुकिंग की व्यवस्था की गयी है|
चार-दिवसीय मध्यप्रदेश उत्सव में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया निर्धारित है। उत्सव के पहले दिन संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कलापिनी कोमकली द्वारा देवास के शास्त्रीय गायन का प्रस्तुतीकरण होना है। दूसरे दिन सुप्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना बिंदु जुनेजा के ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीसरे दिन मैहर घराने की नलतरंग सहित अन्य परंपरागत वाद्य-यंत्रों के माध्यम से वाद्य वृन्द का प्रस्तुतीकरण होगा।
आंचलिक कलाकारों द्वारा आखिरी दिन 2 सितम्बर को लोकगायन की प्रस्तुति होगी, जिसमें शशिकुमार पांडेय द्वारा रीवा के बघेली लोक गायन तथा आलोचना मांगरोले द्वारा खंडवा के निमाड़ी लोक गायन सम्मिलित है।
“आहार उत्सव” में मध्यप्रदेश के विभिन्न अंचलों के मुख्य व्यंजन उपलब्ध होंगे। यहां आने वाले विजिटर मालवा थाली, बुंदेलखंड थाली, निमाड़ थाली और बघेलखंड थाली का स्वाद ले सकते हैं, जिसके लिए मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा व्यंजनों के स्टॉल को भी लगाया गया है। इसके अलावा विशिष्ट व्यंजन जैसे भुट्टे की कीस, इंदौरी पोहा, महेरी, सेवभाजी, निमोना, बाफला, चूरमा लड्डू, मिलेट खीर इत्यादि का भी आगंतुक आनंद ले सकते हैं।