नई दिल्ली : देश के सबसे पुराने मामले अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णय देने के बाद मुस्लिम पक्षकारों को मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन अयोध्या के धन्नीपुर में दिया गया। जहां 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने मस्जिद की जमीन पर सांकेतिक शिलान्यास किया था। इससे पहले मस्जिद का नक्शा भी पास कराया गया, जिसके अनुसार मस्जिद का निर्माण होगा।
इसके साथ ही वहां भव्य मस्जिद के अलावास 200 बेड का सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण भी किया जाएगा। साथ ही एक बड़ा म्यूजियम भी बनेगा और एक लाइब्रेरी भी स्थापित की जाएगी। यही नहीं एक इस्लामिक रिसर्च सेंटर भी बनाया जाएगा। इसके अलावा एक ऐसा कम्युनिटी किचन भी बनाया जाएगा, जिसके जरिए एक हजार लोगों को रोज फ्री खाना उपलब्ध कराया जा सके।
इन सभी खबरों के बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक ऐसा याचिका दायर किया गया, जिसने लगभग सभी योजनाओं पर ग्रहण लगाने का काम किया। हालांकि यह ग्रहण कितने दिनों का है, इसका निर्णय कोर्ट के फैसला आने के बाद ही हो सकेगा। गौरतलब है कि अयोध्या के धन्नीपुर में मस्जिद के लिए आवंटित जमीन में से पांच एकड़ हिस्से पर दिल्ली की दो महिलाओं ने अपना दावा किया है। इसे लेकर उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में एक याचिका भी दाखिल की है।
आपको बता दें कि ये महिला रानी कपूर और रमा रानी हैं, जिन्होंने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को आवंटित जमीन को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल की है। बता दें कि इस मामले में सुनवाई 8 फरवरी को हो सकती है।