रिपोर्ट: मोहम्मद आबिद
लखनऊ: पैसे हर किसी की जरूरत हैं, लेकिन जब पैसे नहीं होते हैं तो आस पड़ोस, नाते रिश्तेदार भी किनारा करने लगते हैं लेकिन हम आपको एक ऐसी खबर की बात कर रहे हैं, कि अचनाक खाते में बिता बताए कहीं से पैसे आ जाए तो वो हमारे हो जाते हैं और खुशी का ठिकाना नहीं होता है लेकिन अगर पैसे ज्यादा आ जाए तो वो परेशानी का सबब बन जाता है।
सोच लीजिए आप सो रहे हैं और अचानक आपके फोन पर एक मैसेज आता है और आपको मालामाल कर देते है जिससे आपकी नींद उड़ जाती है और लेकिन, अचानक बड़ी राशि आ जाए तो यह परेशानी का सबब भी बन जाती है। तुकमीरपुर स्थित राजकीय कन्या उच्चतर विद्यालय नंबर-एक की शिक्षिका वंदना चौहान के साथ कुछ ऐसा ही हुआ।
सुबह शिक्षिका वंदना चौहान की जब आंख खुली तो पता चला कि कहीं से 36 लाख रुपये खाते में आए हैं। वह घबरा गईं। इसके बाद बैंक पहुंचकर इस संबंध में शिकायत दी कि उनके खाते में इतनी बड़ी रकम पहुंची हैं। बैंक ने जांच की तो पता चला कि उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से राशि जारी की गई है।
वास्तव में यह रकम उप्र राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के लिए जारी की गई थी, लेकिन तकनीकी गलती से शिक्षिका के खाते में पहुंच गए। बहरहाल, बैंक ने उक्त राशि को फ्रीज कर दिया है। इस संबंध में उप्र सरकार और राशि जारी करने बैंक को सूचना दे दी गई है।
शिक्षिका वंदना चौहान और उनके पति राजकीय बाल उच्चतर विद्यालय नंबर-दो में मोहित कुमार भी शिक्षक हैं। वंदना ने बताया कि सुबह मोबाइल में आए एसएमएस को देखा तो पता चला कि 36 लाख रुपये कहीं से आए हैं। और उनका खाता आईडीबीआइ बैंक की शाखा में संचालित है पूरे मामले में बैंक कर्मियों ने जांच की पता चला कि यह रकम लक्ष्मी भवन, निशातगंज, लखनऊ स्थित PNB से जारी हुई है। पीएनबी में संपर्क करने पर पता चला कि उप्र सरकार की तरफ से इस राशि का भुगतान राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड को किया गया था।