हमें बचपन से सिखाया गया की पढ़ने और लिखने की कोई उम्र नहीं होती है और इसी का पालन करते हुए हम जीवन भर कुछ ना कुछ सीखने की कोशिश करते रहते है लेकिन कुछ ऐसे लोग भी है जो समाज के लिए ऐसी मिसाल पेश कर देते है की उनसे बिना प्रभावित हुए आप रह नहीं सकते।
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दरअसल इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में एक 93 वर्षीय बुजुर्ग को मास्टर्स की डिग्री दी गयी है। 93 साल के सीआई सिवासुब्रमण्यन इस समारोह में यूनिवर्सिटी के सबसे उम्रदराज छात्र थे. मास्टर डिग्री के बाद अब वे एमफिल की पढ़ाई करना चाहते हैं.
सबसे रोचक बात यह है कि छात्रों को डिग्री बांटने पहुंचे मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल “निशंक’ ने उन्हें 90 साल का “युवा’ कहा और उन्हें समाज के लिए मिसाल बताया।
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सिवासुब्रमण्यन ने कहा कि पारिवारिक जिम्मेदारियों ने मुझे मेरे जुनून से दूर रखा, लेकिन 87 साल की उम्र में मुझे मौका मिल ही गया. आपको यह जानकार के ताज्जुब होगा कि उन्होनें अपनी स्कूली शिक्षा साल 1940 में ही पूरी कर ली थी।