लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव होने में तकरीबन 6 माह शेष है, उससे पहले ही सीएम योगी 55 लाख से अधिक लोगों को बड़ा तोहफा देने जा रही है। गौरतलब है कि योगी सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन योजना (Old Age Pension Scheme) देने की तैयारी कर ली है। पहली अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस (International Day for Older Persons) के अवसर पर प्रदेश के समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) द्वारा संचालित वृद्धावस्था पेंशन की दूसरी तिमाही की किस्त की राशि लाभार्थियों के बैंक खातों में ऑनलाइन हस्तांतरित की जाएगी।
आपको बता दें कि समाज कल्याण निदेशालय में आयोजित होने वाले एक संक्षिप्त कार्यक्रम में प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री कम्प्यूटर का बटन दबाकर 55 लाख 61 हजार लाभार्थी वृद्धजनों के बैंक खातों में यह राशि हस्तांतरित करेंगे।
प्रति माह 500 रुपए की दर से लाभार्थियों के खाते में 1500 रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे। उस दिन इस कार्यक्रम से पहले समाज कल्याण मंत्री सरोजनी नगर स्थित वृद्धाश्रम में जाकर वहां रह रहे वृद्धजनों को नए वस्त्र, फल आदि वितरित करेंगे और उनसे बात करेंगे। इसी तरह राज्य के हर जिले के वृद्धाश्रम में वहां रह रहे वृद्धजनों के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन का वितरण
हालही में सीएम योगी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि राज्य की पिछली सरकारों में रसोई गैस कनेक्शन और सिलेंडर लेना बहुत मुश्किल था, लेकिन मौजूदा सरकार गरीबों को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दे रही है। मुख्यमंत्री लखनऊ में योजना भवन में प्रदेश के नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बड़ी संख्या में पात्र परिवारों को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
गरीबों को आवास की सुविधा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को बिना किसी भेदभाव के आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 10 करोड़ देशवासियों को शौचालय की सुविधा सुलभ कराई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी सफल और प्रभावी तरीके से देश की 125 करोड़ आबादी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने वैश्विक मंच पर देश का सम्मान बढ़ाया है और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को जाति, मत, मजहब आदि के आधार पर नहीं, बल्कि गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं और अंतिमपायदान के व्यक्ति को ध्यान में रखकर लागू किया है।
महिलाओं का अनुभव आएगा काम
योगी ने प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्षों में 56 प्रतिशत महिलाओं के होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जिला पंचायत के रूप में निर्वाचित प्रत्येक व्यक्ति का अपना कार्यक्षेत्र और पृष्ठभूमि है। परिवार के संचालन में विशिष्ट संवाद और समन्वय की जरुरत पड़ती है। इसका महिलाओं का अपना अनुभव होता है। जिला पंचायतों को इसका लाभ मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शीर्ष संस्था से जाने वाला संदेश क्षेत्र पंचायत, ग्राम पंचायत से होता हुआ अंतिम पायदान के व्यक्ति तक जाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अधिकारियों के साथ पारस्परिक संवाद और समन्वय के साथ कार्य करें।