केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि क्षेत्र की साप्ताहिक समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने देशभर में रबी सीजन की बुआई, मौसम, जलाशयों की स्थिति और विभिन्न उपज के थोक व खेरची मूल्य की जानकारी ली। साथ ही, आगामी खरीफ सीजन में उर्वरकों की उपलब्धता को लेकर विभागीय मंत्री से चर्चा करने का निर्णय लिया। मंत्री श्री चौहान ने किसानों के लिए उपज खरीद का अधिकतम लाभ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
खरीफ सीजन के लिए उर्वरकों की तैयारी
श्री चौहान ने कहा कि खरीफ सीजन 2025 के लिए उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु राज्यों के साथ समन्वय किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि खाद, बीज और अन्य कृषि संसाधन समय पर किसानों तक पहुंचाए जाएं।
रबी सीजन 2025: बुआई में रिकॉर्ड वृद्धि
बैठक के दौरान रबी फसलों की स्थिति पर चर्चा की गई। 24 जनवरी 2025 तक रबी फसलों का कुल क्षेत्रफल पिछले वर्ष की तुलना में 12.17 लाख हेक्टेयर अधिक रहा। बैठक में बताया गया कि प्याज, आलू और टमाटर की बुआई सुचारू रूप से चल रही है, और इन फसलों के लिए बुआई का समय अभी भी उपलब्ध है।
प्याज: 11.37 लाख हेक्टेयर
आलू: 21.47 लाख हेक्टेयर
टमाटर: 5.83 लाख हेक्टेयर
मौजूदा अच्छी बाजार कीमतों को देखते हुए इन फसलों के लिए सामान्य क्षेत्र हासिल करने की उम्मीद जताई गई है।
मौसम की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि पूर्वोत्तर मानसून की बारिश रुकने के लिए स्थितियां अनुकूल हो रही हैं, जो किसानों के लिए राहतकारी हो सकती हैं।
इसके साथ ही जलाशयों की स्थिति पर भी चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि पूरे देश में जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है और इस समय सामान्य भंडारण से भी अधिक है। यह संकेत है कि आगामी सीजन में जल की उपलब्धता के मामले में कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी।
कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आगामी सीजन में किसानों को खाद, बीज, और अन्य आवश्यक कृषि सामग्री की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि वे अपनी फसलें बिना किसी परेशानी के उगा सकें।
किसानों के लिए सीधा लाभ सुनिश्चित करने के निर्देश
बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों को सीधा लाभ दिया जाए। उन्होंने सरकारी खरीद एजेंसियों को सक्रिय रहने और उपज खरीद प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए।
पूर्वोत्तर मानसून की बारिश थमने की अनुकूल परिस्थितियों और जलाशयों के बेहतर भंडारण से खरीफ सीजन में फसलों के लिए अनुकूल माहौल बनने की उम्मीद है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों को उपज के सुचारू परिवहन और खरीद प्रक्रिया में किसी प्रकार की परेशानी न होने देने की बात कही।