रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: उत्तराखंड क्रिकेट संघ ने पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी और उत्तराखंड टीम के कोच वसीम जाफर पर एक गंभीर आरोप लगाया है। उत्तराखंड क्रिकेट संघ ने वसीम जाफर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होने कोच के रुप में धर्म आधारित चयन करने का प्रयास किया है। इतनी ही नहीं जाफर ने टीम के “राम भक्त हनुमान की जय” के स्लोगन को भी बदलवाया है।
उत्तराखंड क्रिकेट संघ ने आगे उनपर आरोप लगाया है कि उत्तरखंड की जय में उन्होने “जय” पर भी आपत्ति जताई थी। वहीं उनपर एक और गंभीर आरोप लगाया गया है कि उन्होने दो बाहरी खिलाड़ियों के भी टीम में जगह दी है। इन दोने खिलाड़ियों का नाम इकबाल अब्दुल्ला और सनद सल्ला है। जाफर ने सनद को हटाकर जबरदस्ती इकबाल को हटाकर टीम का कप्तान बनाया। जबकि इकबाल को आगे बढ़ाने के लिए उन्होने चंदेला से ओपनिंग बल्लेबाजी छीनी। इन सब आरोपो से घिरे वसीम जाफर ने सफाई दी है।
1. I recommended Jay Bista for captaincy not Iqbal but CAU officials favoured Iqbal.
2. I did not invite Maulavis
3. I resigned cos bias of selectors-secretary for non-deserving players
4. Team used to say a chant of Sikh community, I suggested we can say “Go Uttarakhand” #Facts https://t.co/8vZSisrDDl— Wasim Jaffer (@WasimJaffer14) February 10, 2021
आपको बता दें कि यह बवाल तब उठा जब मंगलवार को वसीम जाफर ने उत्तराखंड की टीम के कोच पद से इस्तीफा दिया था। वसीम जाफर ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उत्तराखंड की टीम के कोच का पद संभाला था। जाफर के इस्तीफा देने के बाद ही बोर्ड और पूर्व भारतीय क्रिकेटर के बीच एक-दूसरे पर आरोप लगाने का सिलसिला शुरू हो गया।
जिसके बाद वसीम जाफर ने इन आरोपो के खारिज करते हुए ट्वीट किया कि “मैंने ट्रेनिंग कैंप के दौरान मौलवियों को नहीं बुलाया था। मैंने जय बिष्ठ को कप्तान बनाए जाने की वकालत की थी ना कि इकबाल को”। उन्होने अपने इस्तीफा देने के कारण को भी साफ करते हुए ट्वीटर पर लिखा कि “मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि सिलेक्टर्स ऐसे खिलाड़ियों को चुन रहे थे जो कि टीम में जगह पाना डिजर्व नहीं करते। टीम सिख समुदाय से जुड़ा हुआ नारा लगाती थी जिसके बताए मैंने गो उत्तराखंड कहने की वकालत की।”
भारतीय क्रिकेट जगत भी वसीम जाफर के पक्ष में खड़ा हो गया। भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी अनिल कुंबले ने वसीम जाफर के पक्ष में खड़ा होने की बात की है। उन्होने ट्वीट करते हुए कहा कि “आपके साथ हूं वसीम। आपने सही किया। दुर्भाग्यशाली खिलाड़ी हैं जिन्हें आपके मेंटर नहीं होने की कमी खलेगी।” इसी कड़ी में इरफान पठान ने भी जाफर का पक्ष लिया है। वहीं भारतीय टीम के तूफानी खिलाड़ी मनोज तिवारी ने भी जाफर के पक्ष में ट्वीट किया है। उन्होने उत्तराखंड के सीएम से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।