वक्फ संशोधन बिल पर संसद में चर्चा के दौरान शुक्रवार को संसदीय समिति की बैठक में बड़ा हंगामा हुआ। असदुद्दीन ओवैसी, कल्याण बनर्जी सहित 10 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। यह घटना उस समय घटी जब विपक्षी सांसदों ने अपनी बात न सुने जाने का आरोप लगाया और बैठक में अव्यवस्था फैला दी। इतना ही नहीं, हंगामा इतना बढ़ गया कि मार्शल को बुलाने की नौबत आई।
विपक्षी सांसदों का आरोप और बैठक की स्थगन
विपक्षी सांसदों का कहना था कि उनकी बातों को नजरअंदाज किया जा रहा था, और उनकी शिकायतें बैठक में उठाने का मौका नहीं दिया जा रहा था। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि उनकी मांगों को खारिज किया जा रहा है और बैठक के विषय में बदलाव किया गया। उन्होंने बैठक को ‘अघोषित आपातकाल’ की तरह बताया और कहा कि यह पूरी प्रक्रिया राजनीति से प्रेरित है।
VIDEO | Delhi: Here's what BJP MP Nishikant Dubey said on adjournment of JPC meeting on Waqf Board (Amendment) Bill:
"The opposition, especially Owaisi ji, believed that Jammu and Kashmir's full representation was not heard, and elected representatives should have been called.… pic.twitter.com/USTpyGn6Lb
— Press Trust of India (@PTI_News) January 24, 2025
निशिकांत दुबे और कल्याण बनर्जी के बीच नोकझोंक
बैठक के दौरान भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि विपक्षी सांसदों ने मीरवाइज के सामने हंगामा किया और संसदीय लोकतंत्र के खिलाफ काम किया। उन्होंने कहा, “विपक्ष, खासकर ओवैसी जी का मानना था कि जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व ठीक से नहीं किया गया।”
बैठक स्थगित, 27 जनवरी तक चर्चा नहीं होगी
जेपीसी की बैठक के दौरान हंगामा इतना बढ़ गया कि इसे 27 जनवरी तक स्थगित कर दिया गया। बैठक में वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा होनी थी, लेकिन विपक्षी सांसदों के विरोध और आरोपों के कारण कार्यवाही को स्थगित किया गया।
टीएमसी सांसद का बयान: “यह राजनीति से प्रेरित है”
टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि सरकार की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है और दिल्ली चुनावों के कारण इसे जल्दबाजी में किया जा रहा है। उनका आरोप था कि सरकार विपक्षी सांसदों को गंभीरता से नहीं ले रही और उनकी बातों को सुनने का कोई इरादा नहीं है।
इस हंगामे के बाद, वक्फ संशोधन बिल पर आगे की चर्चा और बैठक 27 जनवरी तक टाल दी गई, और यह स्थिति इस बिल की राजनीति को और गर्म कर सकती है।