वाराणसी। इस वर्ष देव दीपावली की अलौकिक छटा पहली बार ऑनलाइन प्रसारित की जाएगी, जिससे लाखों श्रद्धालु दुनियाभर से इस अद्भुत नजारे का साक्षात्कार कर सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दिल्ली से इसे ऑनलाइन देखेंगे। गंगा सेवा निधि की ओर से 15 नवंबर को दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती का यह आयोजन डिजिटल रूप से लाइव होगा, और इसी दिन वेबसाइट gangasevanidhi.in का शुभारंभ किया जाएगा। यह प्रयास गंगा की स्वच्छता और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का हिस्सा है, जिसमें लाखों लोग संकल्प लेंगे।
देव दीपावली की विशेषताएं
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि इस बार शौर्य रजत जयंती मनाई जाएगी। वैदिक रीति से पूजन, 21 ब्राह्मणों द्वारा गंगा मां की आराधना, 42 कन्याओं द्वारा रिद्धि-सिद्धि की प्रतीक पूजा, श्रीराम जन्म योगी का शंखनाद और श्रीकाशी विश्वनाथ डमरू दल की ध्वनि देव दीपावली को अद्वितीय बनाएगी।
इस दौरान संस्था के संस्थापक पं. सत्येंद्र मिश्र की स्मृति में आकाशदीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे और घाटों को कोलकाता और गुवाहाटी के सजावटी फूलों से सजाया जाएगा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि
गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित महोत्सव में प्रमुख अतिथि एनडीआरएफ महानिदेशक पीयूष आनंद, थल सेना के लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेन गुप्ता, सद्गुरु ऋतेश्वर महाराज, अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकरपुरी और अन्य प्रदेश मंत्री उपस्थित होंगे।
सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों की प्रस्तुति
महोत्सव में सांस्कृतिक संध्या में भोजपुरी गायक मोहन राठौर नौ अन्य कलाकारों के साथ प्रस्तुति देंगे, वहीं उपशास्त्रीय गायिका प्रोफेसर रेवती साकलकर भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगी।
गार्ड ऑफ ऑनर और सुरक्षा व्यवस्था
39 जीटीसी के जवान गार्ड ऑफ ऑनर देंगे, और वाराणसी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। घाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए 24 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी, और 100 स्वयंसेवक सुरक्षा उपकरणों के साथ तैनात रहेंगे।
भगीरथ शौर्य सम्मान
शहीदों की स्मृति में शहीद कर्नल एमएनराय, लेफ्टिनेंट कर्नल जेआर चिट्नीस सहित 7 वीर योद्धाओं को भगीरथ शौर्य सम्मान दिया जाएगा।
इस बार, भक्तों के लिए यह अवसर और भी खास हो गया है क्योंकि देव दीपावली का यह पर्व अब ऑनलाइन जुड़ाव के माध्यम से दुनिया भर के लोगों तक पहुंचेगा।