वाराणसी – सारनाथ थाना क्षेत्र के रिंग रोड पर पुलिस देखकर फायरिंग कर भाग रहे दो बदमाशों से पुलिस का मुठभेड़ हो गया। पुलिस के घेरेबंदी के बाद बदमाश गाँव मे घुस गए, अंधेरे का फायदा उठाकर एक बदमाश फरार हो गया, जबकि 50 हज़ार का इनामी बदमाश मोनू पुलिस की गोली से घायल हो गया।
मुठभेड़ में एक दरोगा और एक सिपाही को भी गोली लगी। पुलिस ने घायल बदमाश को मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में भेजवाया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि पुलिस जवानों का इलाज जारी है।
मिली जानकारी के मुताबिक मुठभेड़ में ढेर बदमाश मोनू चौहान बीते दिनों लालपुर में प्रेमा देवी के घर में घुसकर गोली मारने के मामले में वांछित था, इसके साथ ही एक अन्य मामले में भी पुलिस को इसकी तलाश थी।
प्रारंभिक सूचना के मुताबिक क्राइम ब्रांच और पुलिस को सूचना मिली कि बीते दिनों प्रेमा देवी की हत्या में शामिल मोनू इस वक्त रिंग रोड पर मौजूद है। जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की, इस दौरान दोनों तरफ से गोलियां चली।
इस एनकाउंटर में क्राइम ब्रांच के एक सिपाही और चौकी प्रभारी पांडेपुर इस मुठभेड़ में घायल हुए हैं। आपको बता दें कि शातिर मोनू सनी गिरोह का शूटर रह चुका है।
इस दौरान एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि शातिर मोनू किसी घटना को अंजाम देने रिंग रोड होते हुए कही जा रहा है। पुलिस ने जब उसे रोकने का प्रयास किया तो वह पुलिस पर फायर झोंक दिया। जिसमें दो जवान घायल है।
एक बदमाश मौके से भाग गया जबकि कुख्यात अपराधी मोनू को मुठभेड़ में गोली लगने से मौत हो गई। मोनू के ऊपर वाराणसी जनपद में एक दर्जन से ऊपर मुकदमे दर्ज है। इसके पास है पुलिस को भारी संख्या में असलहे बरामद हुए है। एसएसपी ने बताया कि मोनू के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित था, एक लाख इनाम करने की प्रक्रिया जारी थी।