महिदपुर रोड पर भारत की पहली सामान्य वातानुकूलित ट्रेन ‘वंदे मेट्रो’ का सफल ट्रायल हुआ। इस ट्रायल में ट्रेन ने 145 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ लगाई, और यह ट्रायल 15 दिनों तक चलेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ट्रायल सफल होने के बाद कोटा से इंदौर, उज्जैन, और रतलाम के बीच इस ट्रेन का संचालन शुरू होने की संभावना है।
ट्रायल की मुख्य जानकारी
रेलवे प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रायल कोटा-नागदा रेलखंड पर महिदपुर रोड और शामगढ़ के बीच हुआ। ट्रेन को अधिकतम 145 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया गया। ट्रायल के दौरान ट्रेन के सभी 16 कोचों में यात्रियों के बराबर 24.5 टन का वजन रखा गया, जिससे स्पीड और ब्रेकिंग सिस्टम की जांच की गई। अधिकारियों ने ट्रायल को पूरी तरह सफल बताया और ट्रेन को अधिकतम 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक ले जाने की भी योजना है।
भारत की पहली General AC ट्रेन
वंदे मेट्रो भारत की पहली सामान्य श्रेणी की वातानुकूलित ट्रेन है, जिसमें सभी कोच सामान्य श्रेणी के होंगे। लखनऊ स्थित अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन (RDSO) द्वारा इस ट्रेन का परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद उम्मीद है कि कोटा-इंदौर-उज्जैन और कोटा-रतलाम मार्गों पर इस ट्रेन का संचालन शुरू होगा।
क्षेत्र के लोगों में उत्साह
ट्रेन के सफल ट्रायल से क्षेत्र के लोग खासे उत्साहित हैं, क्योंकि इससे यात्रा का समय कम होगा और उन्हें बेहतर सुविधाओं का लाभ मिलेगा। कोटा रेल मंडल के माध्यम से यह ट्रेन स्थानीय और दूरगामी यात्रियों के लिए एक नई शुरुआत होगी।