प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 27 फरवरी को प्रस्तावित उत्तराखंड दौरे में बदलाव हो सकता है। अब वे 26 फरवरी, महाशिवरात्रि के दिन उत्तराखंड आ सकते हैं। मौसम विभाग ने 27 फरवरी को उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। इसे देखते हुए कार्यक्रम में बदलाव के संकेत मिले हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के आधिकारिक कार्यक्रम की पुष्टि के बाद ही स्थिति साफ होगी।
शीतकालीन पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री से उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किसी प्रमुख विंटर टूरिस्ट डेस्टिनेशन का दौरा करने का आग्रह किया था। पीएम मोदी के दौरे को देखते हुए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है।
यह था पहले का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी 27 फरवरी को उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री धाम के शीतकालीन गद्दीस्थल मुखबा और पर्यटक स्थल हर्षिल का दौरा करने वाले थे। वे मां गंगा की पूजा-अर्चना के बाद हर्षिल में जनसभा को संबोधित करने वाले थे।
प्रशासनिक तैयारियां तेज
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह दौरा उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने का बड़ा अवसर है। इस दौरान राज्य में पर्यटन की संभावनाओं को उजागर करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
व्यवस्थाओं पर जोर
प्रधानमंत्री के मुखबा मंदिर दर्शन और हर्षिल जनसभा के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। परिवहन और पार्किंग व्यवस्था को प्रभावी बनाया जा रहा है। हर्षिल में स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
इंफ्रास्ट्रक्चर को मिल रही मजबूती
मुखबा मंदिर और गांव के भवनों का सुंदरीकरण किया गया है। सड़कों की मरम्मत और नए रास्तों का निर्माण किया जा रहा है। बगोरी में हेलीपैड तक सड़क निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। पेयजल, विद्युत व्यवस्था और स्मार्ट शौचालय जैसी सुविधाओं पर काम जारी है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा उत्तराखंड में निवेश, पर्यटन और स्थानीय विकास को नई गति देने वाला साबित हो सकता है।