उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को पंतनगर विश्वविद्यालय में आयोजित 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन में शामिल हुए। पंतनगर हवाई अड्डे पर भाजपा कार्यकर्ताओं और जिला अधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया।
कृषि विज्ञान सम्मेलन में सीएम धामी
मुख्यमंत्री धामी ने कृषि प्रदर्शनी का निरीक्षण किया और पशु विज्ञान महाविद्यालय द्वारा तैयार मडुआ की बर्फी और लस्सी का आनंद लिया। सम्मेलन में भारत के 1800 वैज्ञानिकों के साथ 16 देशों के 42 विदेशी वैज्ञानिक भी शामिल हुए हैं। इस दौरान कृषि विकास और नवाचार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
कृषि विकास को मिलेगा बढ़ावा
सीएम धामी ने कहा कि पंतनगर विवि का गौरवशाली इतिहास रहा है और यहां के कृषि प्रदर्शनियों से किसानों को नई तकनीकों और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन मिलता है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में किसानों को समृद्ध बनाने के लिए बड़े प्रयास किए जा रहे हैं।
किसानों के लिए सरकार की पहल
ब्याज मुक्त ऋण: प्रदेश में किसानों को तीन लाख तक बिना ब्याज ऋण दिया जा रहा है।
जैविक खेती को बढ़ावा: बेतालघाट सहित कई इलाकों में जैविक चाय बागान विकसित किए जा रहे हैं।
अरोमा वैली: उत्तराखंड में 6 अरोमा वैली विकसित की जा रही हैं, जिससे कृषि उत्पादों का वैश्विक स्तर पर विस्तार होगा।
बेमौसमी खेती पर पाबंदी: जलवायु संतुलन बनाए रखने के लिए बेमौसमी खेती पर नियंत्रण के उपाय किए जा रहे हैं।
यूसीसी लागू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड
सीएम धामी ने कहा कि 27 जनवरी को उत्तराखंड समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है। इसके तहत लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वालों की जानकारी परिजनों और प्रशासन को देनी होगी। उन्होंने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है, लेकिन लोकतांत्रिक मूल्यों और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह नियम लागू किया गया है।
कृषि नवाचार से किसानों को होगा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सम्मेलन कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समृद्ध करने में सहायक होंगे। सीमांत गांवों के विकास के लिए नई योजनाओं पर भी काम किया जा रहा है।