गोरखपुर रेलवे स्टेशन स्थित होटल के कमरे में ठहरे इंजीनियर की मौत सिर में चोट लगने से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने से मौत की पुष्टि के बाद पुलिस नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। कमरे में सैनेटाइजर की खाली बोतल मिलने के बाद पुलिस खुदकुशी मानकर चल रही थी। उधर, मंगलवार की शाम पोस्टमार्टम से शव मिलने के बाद परिवार के लोग गांव लेकर चले गए।
बिहार प्रांत के पश्चिमी चम्पारण जिले के महुई निवासी रमेश चन्द्र पाण्डेय का 38 वर्षीय बेटा अभिषेक पाण्डेय छत्तीसगढ़, भिलाई में यूनिक कंस्ट्रक्शन एण्ड टॉवर लिमिटेड में इंजीनियर थे। लॉकडाउन में वह घर चले आये थे। स्थिति सामान्य होने पर कम्पनी से बुलाया आने पर वह 9 सितम्बर को घर से भिलाई जाने के लिए निकले थे। वह घर से गोरखपुर आकर अलग-अलग होटल में ठहरे हुए थे।
रविवार की दोपहर में वह रेलवे स्टेशन के सामने स्थित स्टैण्डर्ड होटल के कमरा नंबर 26 में ठहरे थे। सोमवार को चेक आउट करने के लिए होटल के रिसेप्शन से कर्मचारी प्रवीण कुमार ने मोबाइल पर फोन मिलाया। कमरे पर जाकर दरवाजा खोल कर देखा तो बिस्तर पर शव पड़ा मिला। बिस्तर पर उल्टी भी हुई थी।
कैंट इंस्पेक्टर मनोज कुमार राय ने बताया कि सैनेटाइजर पीने बाद छटपटाहट में सिर में चोट लगी होगी। पिता ने बताया कि वह शराब के नशे के आदी थे। बिहार में शराब न मिलने पर वह लॉकडाउन में भी कई बाद सैनेटाइजर पी लिए थे।
लखनऊ से 11 को फ्लाइट से जाना था दिल्ली
पुलिस ने मृतक अभिषेक के बैग से लखनऊ से दिल्ली के लिए 11 तारीख का फ्लाइट का टिकट बरामद किया था। पिता ने बताया कि अभिषेक के बड़े भाई दिल्ली में उसे मिलने के लिए बुलाया था। दिल्ली से उसे भिलाई जाना था। गोरखपुर आने के बाद उसने रुपये खर्च होने की बात कहकर भाई से खाते में रुपया भी मंगवाया था।