बरेली : खानकाहे नियाजिया की कमान अब युवा सज्जादा अल्हाज मेहंदी मियां नियाजी के हाथ में आ गई है। पूरे मुल्क में खानकाहे के सज्जादानशीन ही एक ऐसे शख्स हैं, जिसके पास दो बड़ी और गद्दी की जिम्मेदारी है। इनके पास ईराक स्थित हजरत अब्दुल कादिर जिलानी दरगाह और दूसरी अजमेर में स्थित ख्वाजा गरीब नवाज हजरत मुईनउद्दीन चिश्ती की दरगाह की गद्दी की जिम्मेदारी है।
खानकाहे नियाजिया के सज्जादानशीन रहे हसनी मियां के विसाल के बाद अब इन तमाम जिम्मेदारियों की कमान नये सज्जादानशीन अल्हाज मेहंदी मियां नियाजी को मिली है। अब्दुल कादिर जिलानी के आस्ताने और चिश्तिया सिलसिले की गद्दी से ताल्लुक अजमेर शरीफ में ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह के उत्तराधिकारी की कमान पहले हसनी मियां संभालते थे। खाकनाहे नियाजिया के प्रबंधक शब्बू मियां नियाजी ने बताया कि हसनी मियां के पास अहम जिम्मेदारी थी। यह जिम्मेदारी खानकाह के बानी शाह नियाज अहमद के जमाने से है। इस वजह से देश दुनिया में इस खानकाह की खास अहमियत मानी जाती है। सूफिज्म के नाम पर खानकाहे दुनिया भर में मशहूर है।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव का संदेश लेकर खानकाहे पहुंचे अताउर्रहमान : बरेली। पूरी दुनिया में सूफिज्म का परचम लहराने वाले बरेली के खानकहा-ए-नियाजिया के सज्जादानशीन शाह हसनी मियां के विसाल के बाद रविवार को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने खानकाहे नियाजिया के प्रबंधक शब्बू मियां नियाजी से फोन पर बात कर रंजोगम का इजहार किया है। पूर्व सीएम का संदेश लेकर जिला अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अताउर्रहमान खानकाहे पहुंचे। उन्होंने मजार पर गुलपोशी कर खिराजे अक़ीदत पेश की। इस मौके पर सतेंद्र यादव, अरविंद यादव, मयंक शुक्ला, पंडित दीपक शर्मा, आशु सक्सेना, पाशा मियां नियाजी, अहमद खान आदि रहे।