,उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी उषा सिरोही ने भारी मतों से उपचुनाव में जीत हासिल की है। लेकिन यूपी में नई सियासी ताकत के तौर पर चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी उभर कर सामने आई है।
दरअसल, बुलंदशहर सीट पर पहली बार चुनाव लड़ी आजाद समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी-रालोद गठबंधन, कांग्रेस और एआईएमआईएम को पछाड़कर तीसरे नंबर पर मौजदूगी दर्ज कराई। सियासी हलकों में एएसपी प्रत्याशी की इस बढ़त को अप्रत्याशित माना रहा है और बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। तो वहीं, बहुजन समाज पार्टी के लिए यह बढ़त खतरे की घंटी साबित हो सकती है।
चंद्रशेखर आजाद और भीम आर्मी का नाम करीब चार या पांच साल पहले चर्चाओं में आया था, जब सहारनपुर में जातीय हिंसा हुई थी। इस दौरान चंद्रशेखर के ऊपर कई मुकदमे भी दर्ज हुए थे।
इतना ही नहीं, पुलिस ने चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था और रासुका भी लगाई थी। लेकिन 2018 के कैराना लोकसभा के उपचुनाव से ठीक पहले एकाएक चंद्रशेखर को जेल से रिहा कर दिया गया था। इसके बाद से ही वो लगातार राजनीति में सक्रिय हो गए और अपनी नई पार्टी का गठन भी कर लिया।
बुलंदशहर में वोटों का गणित
बीजेपी (उषा सिरोही) 86879
बीएसपी (हाजी यूनुस) 65917
एएसपी (मो. यामीन) 13402
कांग्रेस (सुशील चौधरी) 10137
एसपी-आरएलडी (प्रवीन कुमार) 7132