राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर भारतीय प्रेस परिषद की और से एक वेबिनार का आयोजन किया गया था जिसमें केंद्रीय मंत्री ने भी अपनी बात रखी है।
उन्होंने कहा, न्यायाधीश ए.के. सीकरी की अध्यक्षता में न्यूज चैनल्स को विनियमित करने के लिए एक एजेंसी का गठन किया गया है, लेकिन कई चैनल्स इसके सदस्य नहीं हैं। न्यूज चैनल्स को जवाबदेह बनाने के लिए आचार संहिता बनाने के सुझाव आए हैं।
'फ्री प्रेस' हमारे लोकतंत्र की विशेषता और आधारशिला है | #राष्ट्रीय_प्रेस_दिवस , प्रेस की स्वतंत्रता एवं जिम्मेदारियों की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करता है। आज सबसे बड़ा संकट है #FakeNews ,पत्रकारों को इसके लिए काम करना चाहिए। सभी पत्रकारों को शुभकामनाएं।#NationalPressDay pic.twitter.com/oaGUqa3ZBC
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) November 16, 2020
जावड़ेकर ने कहा कि प्रेस की आजादी बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि अपनी बात रखने की आजादी होनी चाहिए लेकिन किसी को जानबूझकर बदनाम नहीं करना चाहिए। लिहाजा टेलीविजन मीडिया के पास अपना नियामक निकाय होना चाहिए।
जावड़ेकर ने कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन कोई भी स्वतंत्रता जिम्मेदारी के साथ आती है।
इसलिए, प्रेस को स्वतंत्र होकर जिम्मेदारी के साथ काम करना चाहिए और किसी चीज को सनसनीखेज नहीं बनाना चाहिए।
In a message at the webinar on #NationalPressDay by Press Council of India, reiterated that freedom of the press is the cornerstone of our Democracy, but at the same time stressed that it is a responsible freedom. pic.twitter.com/7iosPCl9Xj
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) November 16, 2020
उन्होंने कहा, खबर किसी को जानबूझकर बदनाम करने के लिए नहीं होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इन दिनों जिस तरह से प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला किया जा रहा है वह ठीक नहीं है।
टीआरपी मामले पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय द्वारा गठित समिति जल्द इसकी जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी।
उन्होंने कहा, ‘टीआरपी हेरफेर की जांच करने और इस समस्या का समाधान करने के लिए, हमने एक समिति बनाई है जो बहुत जल्द अपनी रिपोर्ट देगी।