रिपोर्ट: सत्यम दुबे
मुंबई: एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि देश में इस समय तीसरे मोर्चे की सरकार की जरुरत है। उन्होने इशारा करते हुए कहा कि इसके लिए विभिन्न दलों से बातचीत चल रही है। शरद पवार के इस बात का सीताराम येचुरी ने भी समर्थन किया है। शरद पवार ने आगे कहा कि तीसरे मोर्चे को लेकर अभीतक कोई रूप रेखा नहीं तैयार हो पाई है। जबकि दूसरी तरफ महाराष्ट्र में शिवसेना,एनसीपी के साथ कांग्रेस भी गठबंधन में है। देखना यह होगा कि शरद पवार का ये इशारा कहीं कांग्रेस के लिए तो नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में किसी भी तरह की परेशानी नहीं है। इसके साथ ही उन्होने सभी अटकलों को खारिज कर दिया है। गठबंधन की सरकार को लेकर पवार ने कहा कि “महा विकास अघाड़ी सरकार में कोई भी दिक्कत नहीं है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार ठीक तरीके से काम कर रही है।“
Delhi: Former Congress leader PC Chacko joins Nationalist Congress Party, in the presence of party chief Sharad Pawar pic.twitter.com/L1qOUXoqrt
— ANI (@ANI) March 16, 2021
आपको बता दें कि जब से महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार बनीं है, काफी सुर्खियों में है। चाहे सुशांत सिंह राजपूत के संदिग्ध मौत की बात हो, चाहे राज्य में बढ़ रहे कोरोना माहामारी की बात हो। महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार काफी सुर्खिंयों में रही है।
आपको बता दें कि हाल ही में कांग्रेस पार्टी छोड़कर एनसीपी में शामिल हुए पीसी चाको को लेकर पवार ने कहा कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उन्हें फोन कर कहा है कि एनसीपी में चाको के शामिल होने से लेफ्ट काफी खुश है। बता दें कि पिछले सप्ताह कांग्रेस से पी सी चाको ने नाता तोड़ लिया था। चाको ने नई दिल्ली में सीताराम येचुरी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि मैं आज औपचारिक रूप से एनसीपी में शामिल हो रहा हूं।
एनसीपी कांग्रेसी नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रही है। इतना ही नहीं तीसरे मोर्चे की सरकार के लिए शरद पवार वकालत कर रहें हैं। बावजूद इसके कांग्रेंस मजबूरीवश गठबंधन में शामिल है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में तीसरे मोर्चे की बात पर गठबंन तोड़ती है तो इसका सीधा फायदा विपक्ष में बैठी BJP को हो जायेगा।
महाराष्ट्र में सीटों के ऑकड़े को देखें तो 105 सीट के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रुप में है। वहीं शिवसेना 56 सीटों, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी 54 और कांग्रेस की 44 सीटों से महाविकास अघाड़ी की गठबंधन की सरकार बनाई है। कांग्रेस गठबंधन से हटती है तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा।