आज आश्विन माह में मासिक शिवरात्रि 15 सितंबर मंगलवार को पड़ रही है और हमारे हिन्दू धर्म में मासिक शिवरात्रि और महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हालांकि इस बार मासिक शिवरात्रि में विशेष संयोग बन रहा है।
दरअसल मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत दोनों एक ही दिन में पड़ रहे हैं। मासिक शिवरात्रि प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आती है। जबकि प्रदोष व्रत माह के दोनों पक्षों जिसमें की कृष्ण और शुक्ल पक्ष भी शामिल है , की त्रयोदशी तिथि के दिन पड़ता है। ये दोनों तिथियां भगवान शिव को समर्पित होती हैं।
चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 15 सितंबर 2020 को रात्रि 11 बजे से
चतुर्दशी तिथि का समापन: 16 सितंबर 2020 को रात्रि 07 बजकर 56 मिनट पर होगा
पूजा का समय: 15 सितंबर रात्रि 11 बजकर 54 मिनट से 16 सितंबर को प्रात:12 बजकर 40 तक
मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मासिक शिवरात्रि के व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है।
इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने से क्रोध, ईष्र्या, अभिमान और लोभ से मुक्ति मिलती है।
मासिक शिवरात्रि जीवन में सुख और शांति प्रदान करता है और भगवान शिव की कृपा दृष्टि से उपासक के सारे बिगड़े काम बन जाते है। यह व्रत संतान प्राप्ति, रोगों से मुक्ति के लिए भी किया जाता है।